Coronavirus in India : भारत में कोरोना संक्रमण के मामले तो कम आ रहे हैं लेकिन इससे होने वाली मौत में फिर इजाफा होता नजर आ रहा है. पिछले 24 घंटे की बात करें तो देश में कोरोना संक्रमण के 32,906 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 3,09,07,282 हो चुकी है. वहीं 2,020 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 4,10,784 हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 49,007 नए डिस्चार्ज के बाद कुल डिस्चार्ज की संख्या देश में 3,00,63,720 हो गई है. अब देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 4,32,778 है.
झारखंड में पिछले पांच दिनों में कोविड से कोई मौत नहीं: इधर झारखंड में पिछले पांच दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सूबे में अभी तक कोरोना संक्रमण से कुल 5119 लोगों की मौत हुई. वहीं संक्रमण के 49 नये मामले आने के साथ ही अभी तक कुल 3,46,328 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. वहीं फिलहाल 411 लोगों का कोविड का इलाज चल रहा है.
छत्तीसगढ़ में 297 नये मामले : छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटों के दौरान 297 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. राज्य में इस वायरस से संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर अब 9,98,270 पहुंच गयी है. राज्य में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई.
यूपी में कोरोना वायरस संक्रमित दो और लोगों की मौत : उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमित दो और लोगों की मौत हो गई तथा 96 नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई.
महाराष्ट्र में 53 और रोगियों की मौत: महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 7,603 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 61,65,402 हो गई जबकि 53 और रोगियों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद 1,26,024 तक पहुंच गई है.
दिल्ली में सबसे कम मामले सामने आए: दिल्ली में सोमवार को एक साल से अधिक समय बाद एक दिन में कोरोना संक्रमण के सबसे कम 45 नए मामले सामने आए. तीन रोगियों की मौत हुई और संक्रमण दर 0.08 प्रतिशत रही.
तीसरी लहर करीब, बरतें सावधानी : आइएमए ने लोगों के ढिलाई बरतने तथा कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन किये बगैर बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने को लेकर चिंता प्रकट की है. साथ ही, कहा कि ये घटनाएं महामारी की तीसरी लहर का मुख्य कारण बन सकती हैं. आइएमए ने एक बयान में कहा कि पर्यटकों का आगमन, तीर्थयात्राएं, धार्मिक उत्साह जरूरी हैं, लेकिन कुछ और महीने इंतजार किया जा सकता है. संगठन ने कहा कि वैश्विक साक्ष्य और किसी भी महामारी के इतिहास से यह पता चलता है कि तीसरी लहर अवश्यंभावी और आसन्न है.