केन्द्रीय कर्मचारियों को जल्दी ही बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। मोदी सरकार कर्मचारियों की पेंशन को लेकर काम कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जल्दी ही कर्मचारियों की पेंशन में जबरदस्त बढ़ोतरी की जा सकती है।
इसके साथ ही कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में भी कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी को बढ़ाए जाने के प्रस्ताव पर विचार चल रहा है।
देश भर में करोड़ों कर्मचारियों को होगा फायदा
यदि सरकार पेंशन बढ़ाने की घोषणा करती हैं तो इसका देश भर के करोडों केन्द्रीय कर्मचारियों को फायदा होगा। इस फैसले के बाद कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद ज्यादा पेंशन मिलेगी। उदाहरण के लिए यदि किसी एम्प्लाई ने 20 वर्षों तक काम किया है तो उसे रिटायरमेंट के बाद 7286 रुपए की मासिक पेंशन मिलेगी। इसके साथ ही कई अन्य सुविधाओं का भी कर्मचारियों को फायदा होगा। पेंशन बढ़ने के कारण उनका महंगाई भत्ता व अन्य सभी भत्ते भी बढ़ जाएंगे।
न्यूनतम सैलेरी होगी 21000 रुपए
वर्तमान में कर्मचारियों की न्यूनतम सैलेरी 15000 रुपए है जिसे बढ़ाकर 21000 रुपए करने के प्रस्ताव पर विचार हो रहा है। यदि ऐसा होता है तो कर्मचारियों की पेंशन में भी बढ़ोतरी हो जाएगी। इसके साथ ही उसका पीएफ कॉन्ट्रीब्यूशन भी बढ़ जाएगा।
उदाहरण के लिए अभी कर्मचारियों को 15000 रुपए पर केल्कुलेशन करने के कारण ईपीएस खाते में अधिकतम 1250 रुपए का अंशदान होता है। परन्तु सैलेरी 21000 रुपए होने के बाद यह कॉन्ट्रीब्यूशन भी बढ़कर 1749 रुपए हो जाएगा। इस तरह पेंशन की राशि भी बढ़ जाएगी। इसी अनुपात में केन्द्रीय कर्मचारियों को मिलने वाले अन्य सभी भत्तों में भी बढ़ोतरी होगी।