खसरे से होने वाली 95 फीसदी से ज्यादा मौतें विकासशील देशों में होती है. खसरा के खिलाफ दो-खुराक वाला टीका गंभीर बीमारी और मृत्यु को रोकने में लगभग 97 प्रतिशत प्रभावी है.
WHO Report On Measles: कोरोना संकट के बाद अब दुनिया के चार करोड़ बच्चे खसरे की जद में आ सकते हैं. यह हम नहीं बल्कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट कह रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने बुधवार को कहा कि कोरोनो वायरस महामारी शुरू होने के बाद से खसरा टीकाकरण में काफी गिरावट आई है. पिछले साल करीब 40 मिलियन ( 4 करोड़ ) बच्चों को खसरे का टीका नहीं लगा है.
WHO और CDC ने एक संयुक्त रिपोर्ट में कहा, “अब दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों में खसरे के फैलने का एक खतरा है, क्योंकि COVID-19 के कारण टीकाकरण कवरेज में लगातार गिरावट आई है और बीमारी की निगरानी कमजोर हुई है.” बता दें कि खसरा सबसे संक्रामक मानव विषाणुओं में से एक है और टीकाकरण के माध्यम से लगभग पूरी तरह से रोका जा सकता है. हालांकि, सामुदायिक प्रकोपों को रोकने के लिए 95 प्रतिशत टीकाकरण कवरेज की आवश्यकता है.
’40 मिलियन बच्चों ने नहीं ली टीके की खुराक’
संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया, “2021 में लगभग 40 मिलियन बच्च खसरे के टीके की खुराक लेने से चूक गए हैं.” दुनिया के सबसे संक्रामक रोगों में से लाखों बच्चे अब खसरे के प्रति अतिसंवेदनशील हैं. अधिकारियों ने कहा साल 2021 में दुनिया भर में लगभग 9 मिलियन बच्चे खसरे से संक्रमित हुए, जिसमें से 1.28 लाख की मौत हो गई.
‘दुनिया के हर क्षेत्र में खसरा बड़ा खतरा’
WHO और CDC ने कहा कि टीकाकरण में निरंतर गिरावट, कमजोर रोग निगरानी और COVID-19 के कारण प्रतिक्रिया योजनाओं में देरी और 20 से अधिक देशों में चल रहे प्रकोप का मतलब है कि “दुनिया के हर क्षेत्र में खसरा एक बड़ा खतरा बनने वाला है.” उल्लेखनीय है कि खसरे से होने वाली 95 प्रतिशत से अधिक मौतें विकासशील देशों में होती हैं, ज्यादातर अफ्रीका और एशिया में. खसरा का कोई विशिष्ट इलाज नहीं है, लेकिन इसके खिलाफ दो-खुराक वाला टीका गंभीर बीमारी और मृत्यु को रोकने में लगभग 97 प्रतिशत प्रभावी है.