प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीरवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने 1,583 करोड़ रुपये से अधिक की विकास कार्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में 100 बिस्तरों वाले एमसीएच विंग, गोदौलिया में एक बहु-स्तरीय ‘पार्किंग’, गंगा नदी में पर्यटन के विकास के लिए रो-रो नौकाओं और वाराणसी-गाजीपुर राजमार्ग पर तीन-लेन वाले फ्लाईओवर पुल समेत विभिन्न सार्वजनिक परियोजनाओं एवं कार्यों का उद्घाटन किया। ये लगभग 744 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने लगभग 839 करोड़ रुपये की लागत की कई परियोजनाओं और सार्वजनिक कार्यों की आधारशिला भी रखी। इनमें ‘सेंटर फॉर स्किल एंड टेक्निकल सपोर्ट ऑफ सेंट्रल इंस्टीच्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी’ (सीआईपीईटी), जल जीवन मिशन के तहत 143 ग्रामीण परियोजनाएं और कारखियांव में आम एवं सब्जी के लिए एकीकृत पैक हाउस शामिल हैं। प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे ।
प्रधानमंत्री दोपहर के बाद अन्तरराष्ट्रीय सहयोग एवं सम्मेलन केंद्र – रुद्राक्ष का उद्घाटन करेंगे, जिसका निर्माण जापानी सहायता से किया गया है। इसके बाद वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग का निरीक्षण करेंगे। प्रधानमंत्री कोविड की तैयारियों की समीक्षा के लिए अधिकारियों और चिकित्सा पेशेवरों के साथ मुलाकात भी करेंगे।
दिसंबर 2015 में अपनी वाराणसी यात्रा के दौरान, जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने शहर को वीआईसीसीसी परियोजना उपहार में दी थी. जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) ने परियोजना की लागत लगभग 186 करोड़ की फंडिंग की थी। इसके अलावा, एक जापानी कंपनी फुजिता कॉरपोरेशन को कन्वेंशन सेंटर बनाने का ठेका दिया गया था।