अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने खास बातचीत की. वह जयपुर में देशभक्ति से जुड़े कार्यक्रमों में शिरकत करने आए थे. बिट्टा ने नागारिकता संशोधन कानून का समर्थन किया. वह जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में छात्रों के बीच हिंसा पर भी भड़के. छात्र नेता कन्हैया कुमार को बिट्टा ने खूब लताड़ा.
‘नागरिकता काननू गलत रूप में दिखाया जा रहा है’
एमएस बिट्टा ने कहा भारत देश के अन्दर हिंन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्म के लोगों को रहने का अधिकार है. जिस ने भी भारत में जन्म लिया है, जिसके पास भी भारत का प्रमाण पत्र है वो भारतीय है, उसे इस बिल से डरने की जरूरत नहीं है. बिट्टा ने कहा कि देश को धर्मशाला नहीं बनने देंगे. सीएए को गलत रूप दिया जा रहा है. गलत रूप नहीं देना चाहिये. नया कानून जनसंख्या पर जल्द आना चाहिये जिससे पर देश का भविष्य बनेगा.
‘ननकाना साहिब पर पत्थर फेंकने वालों का गला काट दूं’
एमएम बिट्टा से पाकिस्तान के अन्दर ननकाना साहिब गुरुद्वारा पर विरोध के बारे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “वहां काफिर ने ये कहा कि इस गुरूद्वारा साहिब को यहां रहने नहीं देंगे. पाकिस्तान ने अब तक उसके खिलाफ क्या बड़ी कार्रवाई की है? पाकिस्तान को मैं बाद में कुछ कहूंगा, पहले भारत के अंदर बैठे खालिस्तानियों आतंकवादी जो धर्म की बात करते उन्होंने क्या किया?” बिट्टा ने कहा, “मेरा खुल्ला चैलेंज है उन खालिस्तानियों को जो आईएसआई के टुकड़ों पर पलते हैं. यहां निहत्थे लोगों मार दिया था आप ने. अब पाकिस्तान ने आपके गुरु पर हमला किया है. क्या किया आप ने? अगर आप बदला नहीं लेते तो क्या हमारी फौज बदला लेगी. पाकिस्तान नही सुधरता है तो हम पीओके ले लेंगे. भारत दुनिया में ताकत बन चुका है. अगर मैं बम, गोली से विकलांग नहीं होता तो भगवान की कसम, किसी भी तरह से वेश बदलकर जाता और ननकाना साहिब गुरुद्वारा के बाहर जिस काफिर ने विरोध किया, उसका गला काटता. गुरुनानक साहब के चरणों में अपने आप को दे देता. मेरी मजबूरी है, मैं जा नहीं सकता हूं.
नवजोत सिद्धू पर साधा निशाना
बिट्टा ने कहा कि करतापुर कॉरिडोर का जो रास्ता खुला है, उसके लिये नवजोत सिंह सिद्धू ने नहीं, बल्कि नरेन्द्र मोदी ने प्रयास किया. उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक सहित कई ऐतिहासिक कदम उठाये. पाकिस्तान भारत से डरा हुआ है इसलिये ये कॉरिड़ोर खुला है.” बिट्टा ने कहा कि “नवजोत के कारण तो पंजाब के अंदर कांग्रेस पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है. वो जहां जहां जाता है कांग्रेस को वहां-वहां नुकसान होता है.”
दीपिका के JNU जाने पर बरसे
फिल्म ‘छपाक’ पर हुए विवाद पर बिट्टा ने कहा कि जेएनयू में दीपिका गईं, वो गलत नहीं है. उन्होंने कहा, “उनको फिल्म का एक नशा था. कि फिल्म आ रही है. छात्र मेरी पिक्चर ज्यादा से ज्यादा देखें. उनको लगा कि वहां जाउंगी तो छात्रों के बीच पब्लिसिटी होगी. उनको क्या पता था वहां कन्हैया कुमार जैसे लोग होंगे जो नारे लगवाते हैं, ‘भारत तेरे टुकड़े होगे इंशाल्लाह..’ वो अचानक चली गईं लेकिन अब शायद पछतावा हो रहा होगा. जो पिक्चर की टिकट वापस हो रही हैं, ये आज का हिन्दुस्तान है.”
JNU में सिर्फ राजनीति हो रही बस
बिट्टा ने कहा, “आज के जेएनयू और पहले के जेएनयू में बहुत फर्क नजर आ रहा है. जेएनयू से कई बड़े लोग निकले हैं लेकिन ऐसा लग रहा है आज वहां राजनीति हो रही है बस.” बिट्टा ने कहा, “जेएनयू में नारे लगते है हम चाहिये आजादी. नारे लगाने वालो सें मैं पूछना चाहता हूं कौन सी आजादी की आप बात करते हैं? इन आजादी चाहने वालों की ऐसी की तैसी. कौनसी आजादी चाहते हो? जिन्ना की बात करते हो. जिन्ना ने हिन्दू और मुस्लिम अलग-अलग कर दिया. मेरे सामने कोई आजादी की बात करे तो थप्पड़ पड़े. देश तो आजाद हो गया, फिर किसी बात की आजादी की बात करते हो आप? कुछ ताकतें जेएनयू और जामिया को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं. केंद्र सरकार को जेएनयू के वाइस चांसलर को हटाना नहीं चाहिये. अगर वो हटे तो सरकार कमजोर पड़ जाएगी. कन्हैया जैसे घूमते रहते हैं. तिंरगा हाथ में लेकर. आजादी के नारे अब नही चलेंगे.