आसमान छू रही प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार का विदेश से प्याज आयात करने का फार्मूला फ्लॉप हो गया है. अफगानिस्तान और तुर्की से आयात की गई प्याज का स्वाद लोगों को बिलकुल पसंद नहीं आ रहा है.
संभल की मंडियों में अफगानी और तुर्की की प्याज के प्रति लोगो की बेरुखी का आलम यह है की विदेशी प्याज का 30 रुपए प्रति किलो दाम होने पर भी खरीददार मिल रहे है.
प्याज के कारोवारियों आढ़तियों और रेस्टॉरेंट संचालको की मांग है की सरकार विदेशो से प्याज आयात करने की योजना को छोड़ देशी प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने की कोशिश करे.
प्याज के आढ़तियों की मानें तो सरकार द्वारा अफगानिस्तान और तुर्की से आयात की गई प्याज साईज में काफी बड़ा होता है. वहीं देशी प्याज के मुकाबले विदेशी प्याज के स्वाद में कड़बापन है जिसकी बजह से लोग विदेशी प्याज को विल्कुल भी पसंद नहीं कर रहे हैं.
हालंकि विदेशी प्याज की कीमत काफी कम होने के चलते होटल और रेस्टॉरेंट में अफगानी और तुर्की की प्याज इस्तेमाल की जा रही है लेकिन होटल और रेस्टॉरेंट संचालकों का भी यही कहना है कि होटल में आने वाले प्याज के शौकीन ग्राहकों को विदेशी प्याज का जायका पसंद नहीं आ रहा है.