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आज CJI से मिलेगा स्टूडेंट डेलिगेशन, आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई पर स्टे की करेगा मांग…

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मुंबई के आरे कॉलोनी में शुक्रवार रात से पेड़ों की कटाई शुरू है. वहीं पेड़ कटाई के विरोध में लोगों का प्रदर्शन भी लगातार जारी है. अभी तक कुल 29 एक्टिविस्ट्स को पुलिस ने हिरासत में लिया है. ये एक्टिविस्ट पेड़ों को कटने से बचाने की कोशिश कर रहे थे.

छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई से दोपहर तीन बजे मुलाकात करेगा. यह प्रतिनिधिमंडल चीफ जस्टिस से अपने विशेषाधिकार का प्रयोग कर पेड़ों की कटाई पर स्टे की अपील करेगा. प्रतिनिधिमंडल का मानना है कि अपील याचिका दायर करने का समय नहीं है.

वहीं कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि प्रकृति के प्रति मेरा प्यार आरे पर राजनीति नहीं है. विकास के लिए पेड़ो को काटा जा रहा है, लेकिन ऐसा तभी किया जाना चाहिए जब कोई अन्य ऑप्शन ना हो.

धीरे-धीरे यह मुद्दा राजनीति रंग लेता जा रहा है. शनिवार को कांग्रेस नेता संजय निरूपम और शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी पेड़ों की कटाई के विरोध में सड़को पर नज़र आए.

विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना इस मुद्दे को हाथ से जाने नहीं देना चाहती है. आरे में पेड़ों की कटाई पर हो रहे प्रदर्शन पर शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब वो सत्ता में आएंगे तो उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो पेड़ों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं.

ठाकरे ने कहा, ‘आने वाली सरकार हमारी सरकार होगी और एक बार हमारी सरकार आ गई तो हम आरे के जंगलों के हत्यारों से सही तरीके से निपटेंगे.’

इलाके में एक प्रस्तावित ‘मेट्रो ट्रेन शेड’ बनाने के लिए पेड़ों की कटाई की जा रही है.

इस बीच, हरित कार्यकर्ताओं को लगातार दूसरे दिन झटका लगा जब बंबई उच्च न्यायालय ने कार शेड के लिए मुंबई के प्रमुख हरित क्षेत्र आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने से शनिवार को इनकार कर दिया.

कुछ हरित कार्यकर्ताओं ने शनिवार को नयी याचिका दायर कर मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसीएल) द्वारा इलाके में 2656 पेड़ों को काटे जाने पर रोक लगाने की मांग की थी. इससे एक दिन पहले उच्च न्यायालय ने बृहंमुंबई महानगरपालिका के वृक्ष प्राधिकरण के पेड़ों को काटने की अनुमति देने के फैसले को चुनौती देने वाले गैर लाभकारी संगठनों और कार्यकर्ताओं की चार याचिकाओं को खारिज कर दिया था.

कार्यकर्ता इस फैसले पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे ताकि वे उच्चतम न्यायालय का रुख कर सकें.

एमएमआरसीएल ने शुक्रवार देर रात को पेड़ काटने शुरू कर दिए थे. उसकी इस कार्रवाई का हरित कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध किया.

कार्यकर्ताओं ने दलील दी कि उच्चतम न्यायालय में सोमवार को अपील दायर की जाएगी लेकिन तब तक एमएमआरसीएल कॉलोनी में सभी पेड़ काटे जो चुके होंगे.

घटनास्थल पर राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के विधायक जितेंद्र अव्हाद, शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी, शिवसेना नेता और पूर्व मेयर शुभा राउल सहित कई लोगों को हिरासत में लिया गया.

कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर सख्ती बरतने का आरोप लगाया है. हालांकि, मुम्बई पुलिस ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है.

पुलिस ने बताया कि भादंरतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत 38 प्रदर्शनकारियों पर मामला दर्ज किया गया, जबकि कम-से-कम 60 लोगों को हिरासत में लिया गया है.