पाटन थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव देमार में एक सात साल की बधाी की लाश उनके ही घर के पास कुएं में मिली। गौरतलब हो कि बधाी एक दिन पहले गांव में गणेश विसर्जन देखने के लिए शाम को घर से निकली थी। पहले दिन लापता होने की घटना सामने आ रही थी।
घटना सोमवार को उस समय की है जब गांव में गणेश विसर्जन की तैयारी हो रही थी। सात साल की बधाी स्कूल से आने के बाद विसर्जन देखने को जा रही हूं बोल कर घर से निकली। घर से निकलने के बाद बधाी के शाम तक घर नहीं आने पर घर वालों ने आसपास पतासाजी की। कहीं पता नहीं चलने पर परिजनों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। इस पर मौके पर पहुंची पुलिस और ग्राम रक्षा समिति के लोगों के द्वारा आस पास तालाब एवं मुख्य जगहों की खोजबीन की गई। देर रात तक खोजबीन करने के पश्चात भी बधाी का कोई पता नहीं चला। मंगलवार सुबह शंका के आधार पर गोताखोरों के द्वारा तालाब की खोजबीन की गई। तभी बधाी की परिजनों ने खबर दी कि बधाी की लाश कुंए में तैर रही है। आशंका जताई जा रही है बधाी अचानक कुएं में गिर गई होगी।
पाटन थाने से मिली जानकारी के अनुसार खुशबू पाटिल पिता दिलीप पाटिल (7 वर्ष) गांव देमार की रहने वाली है। सोमवार को स्कूल से आने बाद खाना खाकर अपनी छोटी बहन नूतन के साथ घर में अपने पापा को गणेश विसर्जन देखने के लिए जाने को बोल कर घर से निकली। उसके बाद शाम को 5 से 6 के बीच अपने पापा से मिली और कुछ खाने के लिए पैसे मांगी। उसके बाद से बधाी वापस घर ही नहीं पहुंची।
रात आठ बजे तक थी तालाब के किनारे
शाम के समय स्कूल से आने के बाद जिन सहेलियों के साथ बधाी थी उनको पूछने से बधाी को आठ बजे रात को गणेश विसर्जन के समय तालाब के किनारे देखना बताया गया। इस आधार पर पाटन पुलिस के द्वारा तालाब की खोजबीन की गई लेकिन गोताखोर के इतनी मेहनत के बाद भी बधाी का कोई पता नहीं चला। तालाब में बधाी के नहीं मिलने पर एक टीम बनाकर पुलिस खोजबीन में लगी हुई थी। खोजबीन चल ही रही थी कि अचानक परिजनों ने बधाी का शव घर के कुएं में तैरते देखा और पुलिस को सूचना दी। तुरंत पुलिस ने घर पहुंच कर शव को बाहर निकाल कर पोस्मार्टम के लिए भेज दिया गया।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पाटन थाने की पूरी टीम भी मौजूद थी। पतासाजी कर आस पास के सभी जगहों की तलाशी की गई। गोताखोर के द्वारा भी तालाब को शंका के आधार पर देखा गया। बधाी की लाश घर की बाड़ी के कुएं में मिली। पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
-आकाश राव गिरपुंजे
एसडीओपी पाटन