India Best Tourism Village: भारत का शहरी हिस्सा जितना विकासशील है, उसका ग्रामीण हिस्सा उतना ही खूबसूरत और शांत है. भारत में कई ऐसे गांव हैं जहां देश विदेश से पर्यटन घूमने और कुछ समय बिताने के लिए यहां पहुंचते हैं. इन गांवों को विश्व पर्यटन दिवस पर बड़ी उपलब्धि भी हासिल हुई है और इन गांवों को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के खिताब से नवाजा गया है. ये गांव मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के अलावा भारत के अन्य राज्यों में स्थित है, जो सावरवानी, प्राणपुर गुंजी, जखोल, सूपी, रेइक, धुधमारस, चित्रकोट और लाड़पुरा है. तो यहां जानते हैं कि भारत के ये गांव कैसे देश-विदेश को पर्यटकों को लुभा रहा है।
धुड़मारास गांव के विदेशी भी हैं दीवाने
छत्तीसगढ़ के बस्तर को नक्सलियों का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन ये देश और दुनिया में अपनी अनोखी पहचान बनाई है. दरअसल, बस्तर के छोटे से गांव धुड़मारास को दुनिया के टॉप 20 गांवों में शामिल किया गया है. संयुक्त राष्ट्र के पर्यटन ग्राम उन्नयन कार्यक्रम के लिए 60 देशों से चयनित 20 गांवों में छत्तीसगढ़ के धुड़मारास ने अपनी जगह बनाई है।
बस्तर के धुड़मारास प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है।
धुड़मारास प्रकृति की गोद में बसा हुआ है. वहीं गांव घने जंगलों से घिरा हुआ है. गांव के बीच से बहती कांगेर नदी इसकी सुंदरता में चार चांद लगा देती है. धुड़मारास में होम-स्टे की सुविधा है. साथ ही इसे ईको-टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया गया है
प्रकृति की गोद में बसा धुड़मारास घने जंगलों से घिरा हुआ है और गांव के बीच से बहती कांगेर नदी इसे मनमोहक बना देती है।
साल 2024 में विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर धुड़मारास गांव को साहसिक पर्यटन श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
प्राणपुर है देश के पहले ‘क्राफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेज’
मध्य प्रदेश के अशोकनगर के चंदेरी के प्राणपुर (MP Pranpur Village) गांव को देश के पहले ‘क्राफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेज’ के रूप में विकसित किया गया है. प्राणपुर में करीबन 550 हाथकरघा हैं और यहां 900 बुनकर काम करते हैं. यहां चंदेरी की प्रसिद्ध चंदेरी कपड़ों की बुनाई होती है. साल 2024 में विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर प्राणपुर गांव को शिल्प श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
प्राकृतिक सुंदरता के साथ संस्कृति से भरपूर गुंजी गांव
उत्तराखंड के गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम अवॉर्ड 2024 से सम्मानित किया गया था. यह गांव ट्रैकिंग और पर्वतारोहण करने वालों के बीच काफी लोकप्रिय है. गुंजी गांव पिथौरागढ़ से 11000 फीट की ऊंचाई पर बसा है. ये दुनिया के सबसे खूबसूरत इलाकों में से एक है. गुंजी जितना प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है उतना ही यहां की संस्कृति भी लोगों को काफी पसंद है. यहां विदेश से भी पर्यटक आते हैं और एक अलग ही सभ्यता से रूबरू होते हैं. यहां पर्यटकों के लिए होम स्टे की सुविधा है. दरअसल, स्थानीय निवासी और नाबि गांव की ग्राम प्रधान सनम नबियाल ने यहां पर्यटकों के लिए होमस्टे की व्यवस्था की शुरुआत की थी।
सावरवानी है MP का सबसे सुंदर गांव
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के पर्यटन ग्राम सावरवानी को सर्वश्रेष्ठ टूरिज्म विलेज 2024 अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है. यह अवॉर्ड रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म की कैटेगिरी में दिया गया है. सावरवानी गांव में 9 होम स्टे हैं. हालांकि तीन निर्माणाधीन है. सावरवानी का होम स्टे देश-विदेश के पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है।
जखोल गांव को मिल चुका है सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम अवॉर्ड
उत्तराखंड के जखोल गांव को साहसिक पर्यटन श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. यह गांव अपनी ऊंचाई, खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों और चुनौतीपूर्ण ट्रेकिंग रूट के लिए प्रसिद्ध है।
पर्यटकों के लिए लाडपुरा के स्टे होम है बेहद आकर्षक
रामराजा सरकार की नगरी ओरछा के पास लाडपुरा गांव हैं. ये गांव विदेशी पर्यटकों के लिए काफी लोकप्रिय है. लाडपुरा गांव प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है और यहां के नजारे हर किसी के मन को मोह लेता है. वहीं इस गांव के एक किनारे पर गुजारी तो दूसरी ओर बेतवा नदी स्थित है, जिससे इसकी सुंदरता में चार चांद लग जाता है।
वहीं गांव के चारों ओर ऊंची पहाड़ियां और घने जंगल हैं, जिससे गांव की खूबसूरती और बढ़ जाती है. यहां पर्यटकों के लिए स्टे होम भी है, जो बेहद आकर्षक है. बता दें कि लाडपुरा गांव यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइज़ेशन की ओर से बेस्ट टूरिज्म विलेज का अवॉर्ड जीत चुका है।