आज मानव सभ्यता चरम पर हैं और आज के युग में कई आविष्कार हो रहे हैं जो हमारे सभ्यता को आगे ले जा रहे हैं
ऐसे में जब हम पीछे मुडकर अपने इतिहास को देखते हैं जिसमें लोग तकनीकी अभाव में और कठीन जीवन जी रहे हैं ऐसा लगता हैं कि जो उपलब्धिया हासिल हुई हैं वो पीछले दशक में हुई हैं उससे पहले लोग विग्यान जगत में बहुत पिछे थे
लेकिन हकिकत कुछ और हैं उस समय भी लोगो ने कुछ आविष्कार और खोज किये हैं जिसे हम आधुनिक दौर में उन सब को दोहराने में असफल हैं
दोस्तों आज हम ऐसे ही 2 आविष्कार के बारे में बतायेंगे जो समय के साथ लुप्त हो गये हैं जिसे हम इस आधुनिक युग में बनाने में असफल हैं
1) ग्रीक फायर – सातवी से बारहवी शताब्दी के बीच पूर्वी रोमन सम्राट जिसे बेजनथीन बादशाह के नाम से जाना जाता हैं वह एक रहस्यमय हथियार का उपयोग करती थी युद्ध के दौरान बेजनथीन सम्राट के सैनिक अपने दुश्मनों पर एक रहस्यमय तरल पदार्थ फेकती थी जो आग की लपटो से भरी होती थी जिसे ग्रील फायर के नाम से भी जाना जाता हैं इस हथियार की खास बात यह थी कि इसकी आग पानी पर भी जलती थी और इस आग को सिर्फ मिट्टी और सिरका से बुझाया जा सकता था इस पदार्थ को बनाने की विधी केवल खास लोगो को हि पता थी और बेजनथीन सम्राट इस विधि को सँभालकर रखती थी और इसे वजह से इसे बनाने की विधि समय के साथ लुप्त हो गयी
2) विट्रम फ्लेक्साइल – काँच के दो खास गुण होते हैं पहला यह पारदर्शक हो सकता इसे परखने के लिए उसे जमीन पर पतता हैं और दुसरा यह आसानी से टुट जाते हैंक हाल ही में किये गये रिसर्च से आज ऐसे काँच बनाये गये हैं जो आसानी से नहीं टुटते और इनका प्रयोग मोबाइल और अन्य सामान में किया जाता हैं पर अभी भी हम न टुटने वाले काँच बनाने से कोषो दूर हैं लेकिन इतिहासकारो की बात माने तो यह तकनीक हजार साल पहले ही हासिल कर ली गयी थी रोमन इतिहास में तीन बार ऐसे पदार्थ का जिक्र किया गया हैं जिसे विक्ट्रम फ्लेक्साइल के नाम से जाना जाता हैं इसके मुताबिक 14 से 37 वी शताब्दी में सम्राट टीबीलिएस के सम्राज्य के दौरान एक अनजान व्यक्ति एक काँच का घडा लेकर आया उसने कहा कि यह काँच का घडा नहीं टुटेगा यह परखने के लिए कि यह घडा नहीं टुटेगा उसे जमीन पर पटक कर देखा गया फिर भी वह नहीं टुटा लेकिन वह मुड़ गया जिसे उस आदमी ने हथौड़ा से सीधा कर दिया सम्राट इसे देखकर हैरान थे उन्होने उसे पुछा कि इस विधि के बारे में किस किस को पता हैं उस आदमी ने बताया कि यह सिर्फ उसे हि पता हैं यह सुनकर सम्राट ने तुरंत अपने सैनिकों से उसका सिर काटने के लिए कह दिया क्योंकि सम्राट को डर था कि यह सोने और चांदी कि किमतो को कम कर सकता हैं और इसी के साथ यह विधि भी वही पर लुप्त हो गया.