कांग्रेस अध्यक्ष ने ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष के अलावा सभी पदाधिकारियों को हटा दिया है। इसके साथ ही विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए बनाई गईं सभी कमेटियां बर्खास्त की गई हैं। हालांकि, नेशनल प्रेसिडेंट ने ओडिशा पीसीसी के अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष को अपने पदों से नहीं हटाया है। बता दें कि हाल ही लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद कई राज्यों की प्रदेश कांग्रेस कमेटियों को बर्खास्त कर दिया गया था।
एआईसीसी के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, कांग्रेस अध्यक्ष ने हाल ही में ओडिशा में विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए गठित पीसीसी पदाधिकारियों और अन्य सभी समितियों को भंग कर दिया है। उन्होंने कहा कि ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष अपरिवर्तित रहेंगे।
लोकसभा तथा विधानसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद ओडिशा के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने इस्तीफा दे दिया था। ओडिशा की कुल 21 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस को एक सीट, जबकि 146 विधानसभा सीटों में से 9 पर ही जीत नसीब हुई थी। पटनायक ने कहा था, ‘मैं खुद भी अपनी भूमिका में असफल रहा हूं। मुझे लगता है कि संगठन को नए सिरे से तैयार करने के लिए पार्टी को ठोस ऐक्शन लेने होंगे। युवाओं को मौका देना होगा और मौकापरस्तों को बाहर का रास्ता दिखाना होगा।’ उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नेता नरसिंह मिश्र की अगुवाई में बनी समिति ओडिशा में हार के कारणों की पड़ताल करेगी।
बता दें कि ओडिशा में लोकसभा चुनावों के साथ ही विधानसभा के चुनाव भी संपन्न हुए थे। बात अगर विधानसभा की करें तो कुल 146 सीटों में से सत्तारूढ़ बीजू जनता दल को 112 सीट, भारतीय जनता पार्टी को 23 सीट, कांग्रेस को 9 सीट मिलीं। एक सीट निर्दलीय विधायक ने जीती। वहीं लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 21 सीटों में से बीजेपी को 8, बीजेडी को 12, कांग्रेस को 1 सीट पर जीत मिली।