भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने बीजेपी नेताओं की मौत पर विवादित बयान दे दिया है। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और पूर्व मुख्यमंत्री बाबुलाल गौर की श्रद्धांजलि सभा में बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने विपक्ष द्वारा भाजपा के नेताओं पर मारक शक्ति के प्रयोग की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि मैं जब चुनाव लड़ रही थी तब एक महाराज जी आए थे उन्होंने कहा था ये बहुत बुरा समय चल रहा है। विपक्ष एक मारक शक्ति का प्रयोग आपकी पार्टी और उसके नेताओ के लिए कर रहा है। ऐसे में आप सावधान रहें।
साध्वी ने आगे कहा, ‘तब मैं महाराजजी की बात को भूल गई थी। अब मैं उन बातों पर ध्यान देती हूं और दूसरी तरफ देखती हूं कि बीजेपी के कई शीर्ष नेता पीड़ा सहते-सहते हमारे बीच से जा रहे हैं तो फिर मुझे लगता है कि कहीं वह (साधु महाराज) सही तो नहीं थे। क्योंकि यह सच है कि हमारा नेतृत्व निरंतर जा रहा है और असमय जा रहा है।’ ठाकुर के इस बयान से एक बार फिर सियासी घमासान मचना तय है। आपको बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने इस तरह का कोई बयान दिया हो।
इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान जब बीजेपी ने इन्हें भोपाल से उम्मीदवार बनाया था। तब भी वह कुछ इसी तरह की बात की थीं। उन्होंने उस वक्त कहा था कि मुंबई एटीएस के चीफ रहे हेमंत करकरे की मौत श्राप की वजह से हुई है। वो श्राप मैंने ही दिया था। जबकि मुंबई हमले के दौरान आतंकियों से लड़ते हुए हेमंत करकरे शहीद हुए थे। इसके अलावा नाथूराम गोडसे पर बयान देकर साध्वी प्रज्ञा ने बखेड़ा खड़ा कर दिया था। तब प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे को देशभक्त करार दिया था। हालांकि बाद में उन्होंने इस पर माफी मांग ली थी और कहा था कि उनके बयान को तोड़- मरोड़कर पेश किया गया है।