वैसे तो दुनिया में सात अजूबे हैं पर कई बार हमारे सामने ऐसी घटनाएं आ जाती हैं कि लगने लगता है कि इसे भी अजूबों की फेहरिस्त में शामिल कर दिया जाए। राजस्थान (Rajasthan) के भिवाड़ी (Bhiwadi) की एक घटना किसी भी तरह किसी भी अजूबे से कम नहीं है।
भिवाड़ी थाने में उस वक्त हंगामा मच गया जब एक ही इंसान पर तीन महिलाओं ने अपना हक जताना शुरू कर दिया। ये देखकर भिवाड़ी थाने में मौजूद पुलिस भी परेशान हो गई। बंटी देवी नाम की महिला ने कहा कि हरिओम उसका पति है। तीन साल पहले उसने हरिओम से शादी की है।
बंटी देवी ने ये भी कहा कि पहली शादी से उसे 12 व 14 साल की दो बेटियां भी हैं जिसे हरिओम ने अपना लिया है। वहीं सुमन नाम की दूसरी महिला का ने कहा कि हरिओम और उसके बीच किसी तरह का कोई तलाक नहीं हुआ है। अगर तलाक हुआ है तो हरिओम तलाक के कागज दिखाए।
इसी बीच मंजू नाम की तीसरी महिला प्रकट होती है उसने कहा कि वह हरिओम और उसकी पत्नी को वह पिछले 10-15 साल से जानती है। हरिओम बुरे वक्त में उसकी काफी मदद किया है। हरिओम का बेटा मंजू के ही पास रहता है इसलिए हरिओम हमेशा घर आता जाता है।
तीनों की बातों से हरिओम घनचक्कर बना वहीं बैठा रहा। उससे जब इस मामले पर सफाई देने को कहा गया तो उसने कहा कि कि 21 साल पहले नैनीताल में सुमन से शादी हुई थी, जिससे तीन बच्चे भी हैं पर सात साल पहले सुमन को तलाक दे दिया था।
तलाक देने के बाद हरिओम गुरुग्राम में अपने बेटे के साथ मंजू के घर रहता था। मंजू ने ही हरिओम के बेटे का ध्यान रखा। तीन साल पहले हरिओम ने बिना किसी को बताए भिवाड़ी की बंटी देवी से शादी कर ली। ये बात जब पहली बीवी सुमन और मंजू को पता चली तो वह एक हो गई।
सुमन ने थाने में ही जिद कर लिया कि हरिओम या तो हमारे साथ चले या फिर उसे गुजारा भत्ता दे। सुमन ने धमकी देते हुए कहा कि अगर वह अभी भी भिवाड़ी में उस महिला के साथ रहेगा तो ठीक नहीं होगा। इस मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि किसी ने अभी किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दर्ज करवाई है अगर शिकायत दर्ज होती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी।