मुजफ्फरनगर जनपद में कंप्यूटर प्रिंटर से तैयार की गई 200 रुपये के नोट की कलर फोटोकॉपी से सामान खरीदने की कोशिश कर रही दो बहनों को ढाबा मालिक ने पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। दोनों के पास से एक ही सीरियल नंबर के 23 फोटोकॉपी किए गए नकली नोट बरामद हुए। ढाबा मालिक की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने दोनों बहनों को जेल भेज दिया है। साथ ही उनके एक भाई समेत चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है। शहर कोतवाली के रोहाना क्षेत्र स्थित चमकीला ढाबा पर सोमवार की रात करीब 8.50 बजे एक्टिवा सवार दो युवतियां पहुंचीं और ढाबा मालिक से एक कोल्ड ड्रिंक खरीदते हुए उसे दो सौ का नोट दिया। नोट संदिग्ध लगने पर ढाबा मालिक राजू ने उनसे दूसरा नोट देने को कहा। इस पर युवतियों ने नोटों की एक गड्डी से दूसरा नोट निकालकर दे दिया। राजू ने दोनों नोट चेक किए तो उनका सीरियल नंबर एक ही मिला। इस पर उसने शोर मचा दिया। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और दोनों युवतियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
इंस्पेक्टर अनिल कपरवान ने बताया कि दोनों युवतियां कविता (21) और ज्योति (19) सगी बहनें हैं, जो एकता विहार की रहने वाली हैं। उनके पास से दो सौ रुपये के कलर फोटोकॉपी किए हुए एक ही सीरियल नंबर के 23 नोट बरामद हुए है। पूछताछ में दोनों बहनों ने बताया कि उन्होंने अपने घर पर ही कंप्यूटर प्रिंटर से दो सौ रुपये के नोट को स्कैन करने के बाद ए-फोर साइज के कागज पर उसकी कलर फोटोकॉपी की थी। इसके बाद दोनों इन नोटों को चलाने के लिए रात में शहर से दूर ढाबे पर पहुंची थी।
इंस्पेक्टर ने बताया कि ढाबा मालिक राजू की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर दोनों बहनों को जेल भेज दिया गया है। मामले की जांच शुरू करते हुए युवतियों के एक भाई सहित चार लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। इनसे इन नकली नोटों की बाबत पूछताछ की जा रही है।