कश्मीर में यह स्वतंत्रता दिवस 72 वर्षों में सबसे अलग होगा। इसमें राजस्थान का खास योगदान होगा, जब देश की महिला BSF अधिकारी कश्मीर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में BSF दस्ते का अगुवाई करते हुए ति’रंगे को स’लामी देंगी। हम बात कर रहे हैं राजस्थान के बीकानेर की बेटी तनुश्री की। वे एनसीसी कैडेट रही हैं। इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने महिला एवं लैंगिग मुद्दों पर शोध किया। इसके बाद वे बीएसएफ की सहायक क’मांडेट बनी।
वे पुरुषों के साथ कदमताल करते हुए कुपवाड़ा स्थित एलओसी पर देश को अपनी सेवाएं दे रही हैं। तनुश्री ने कहा कि यह मेरे लिए अविस्मरणीय है कि मुझे कश्मीर में यह मौका मिला है। जहां तक बात कश्मीर के माहौल की है तो सु’रक्षाबलों के लिए हमेशा ही चु’नौतीपूर्ण रही हैं। मौजूदा माहौल के लिए हम पहले भी तैयार थे और अब भी। कहीं भी किसी नागरिक को चिं’ता करने की जरूरत नहीं है।
13000 फीट की ऊंचाई पर पाकिस्तानी चौकी के ठीक सामने तैनात तनुश्री कहती हैं कि सरहद पर दु’श्मन सा’मने होता है और आ’तं’रिक सुरक्षा में दुश्मन आपके चारों तरफ होता है। ऐसी स्थिति में हर किसी को चौ’कन्ना रहना होता है। तनुश्री इससे पहले पंजाब में तै’नात थीं।