कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए मैनपुरी का संत समाज आगे आया है. पाकिस्तान ने भारत से व्यापारिक संबंध तोड़ने की घोषणा की है. इसके विरोध में संत समाज ने पाकिस्तान से आने वाले लाहौरी नमक के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है.
मैनपुरी नगर के कबीर आश्रम में संत समाज ने बैठक कर लाहौरी नमक के बहिष्कार की घोषणा की. जनपद के लोगों से भी इस नमक का प्रयोग न करने की अपील की गई है. कहा गया है कि हिन्दुस्तान में ही काला नमक और सफेद नमक बहुतायत में है. इस नमक का प्रयोग भी किया जाए.
कबीर आश्रम में सोमवार को संत समाज की बैठक हुई. बैठक में आश्रम के संचालक संत अमर साहेब ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत से व्यापारिक संबंध तोड़ दिए हैं. मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर देशहित में फैसला लिया है. हमारे देश में नमक की कोई कमी नहीं है. संत समाज ने फैसला किया है कि देशहित में पाकिस्तान से आने वाले सेंधा नमक का इस्तेमाल आगे से नहीं करेगे. संतों के बीच इस फैसले की जानकारी दी दे दी गई है. जनपद के भक्तों को भी इस फैसले से अवगत कराया जा रहा है. जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान से आने वाले अन्य खाद्य पदार्थों का भी बहिष्कार कराया जाएगा.
पाकिस्तान से भारत में होती है सेंधा नमक की सप्लाई
पाकिस्तान से जुड़ी सिंधु नदी के सीमावर्ती इलाकों से भारत में आने वाले सेंधा नमक को बोलचाल की भाषा में लाहौरी नमक भी कहा जाता है. देश में यह नमक पाकिस्तान से जुड़े सिंध, ख़ैबर पख्तून इलाके से सप्लाई होता है. यह नमक जमीन में मिलता है. इस नमक की एक पहाड़ी श्रृंखला पाकिस्तान में है. इसी इलाके में प्रसिद्ध खेवड़ा नमक की खान है. इस नमक को लाहौरी नमक भी कहा जाता है क्योंकि यह अक्सर लाहौर से होता हुआ पूरे उत्तर भारत में सप्लाई होता है. देश में सेंधा या लाहौरी नमक का इस्तेमाल व्रत के मौके पर लोग करते हैं. आम दिनों में भी कुछ लोग इस नमक का प्रयोग सेहत के लिए करते हैं.