बिहार में पटना AIIMS की नौकरी से निकाले जाने को लेकर प्रबंधन से नाराज कर्मचारी ने जहर खा लिया था. शुक्रवार की देर रात इसी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसके बाद परिजनों और विभिन्न संगठनों से जुड़े नेताओं ने प्रबंधन पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया.
ट्रॉमा सेंटर में घुसकर हंगामा
बताया जा रहा है कि हंगामा करने वाले ट्रॉमा सेंटर में घुस गए और नारेबाजी करने लगे. मामला इतना बढ़ा कि कई बड़े अधिकारियों को मौके पर पहुंचना पड़ा. फुलवारीशरीफ डीएसपी और एसडीओ सदर मौके पर पहुंचे और हंगामा शांत करवाया.
एम्स प्रशासन से मृतक के परिजनों को नौकरी देने आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ. पुलिस शव को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है. बताया जा रहा है कि मृतक देवेश्वर कुमार पंडित एक्टू यानी असंगठित कामगार महासंघ, एम्स शाखा के सचिव भी थे.
जानकारी के अनुसार 2012 से एम्स में सफाई मजदूर के पद पर कार्यरत था. उसे 10 जुलाई से काम से निकाल दिया गया था. कहा जा रहा है कि इसके बाद उसने कई बार एम्स निदेशक से मिलने का प्रयास भी किया था.सल्फास खाकर दे दी जान
दरअसल नौकरी जाने के कारण वह बेहद परेशान था और अंतत: उसने एम्स परिसर में ही सल्फास खाकर जान देने का प्रयास किया था. हालांकि उसे AIIMS में भर्ती करवाया गया था, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.