नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पुलिस हिरासत में हुई मौत पर की जा रही राजनीति पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि पुलिस हिरासत में किसी भी मृत्यु को जायज नहीं ठहराया जा सकता है. कांग्रेस सरकार ने इन घटनाओं को संवेदनशीलता से लिया है, जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा को इस प्रकार की घटनाओं पर बोलने का कोई हक नहीं है. भाजपा के शासनकाल में दोषियों पर कार्रवाई तो दूर की बात रही है. रमन सिंह की सरकार इन घटनाओं को झुठलाने में पूरी ताकत लगाती थी. भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के गृह जिले कवर्धा के थाने में बन्नू सतनामी की मौत से सिलसिला शुरू हुआ था. भिलाई-3 के सुशील शिंदे, सोहेला में राम कुमार ध्रुव की मौत, मुलमुला में सतीष नोरगे, खरोरा में संतोष डहरिया, बस्तर की मड़कम हिड़में को जिस तरह मारा गया, यह दुखद है. कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जब भी घटना हुई, चाहे कवर्धा में हो या सुरजपुर में, कांग्रेस की सरकार ने संबधित पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया है और उनके खिलाफ जांच की जा रही है. दोषी पाये जाने पर उनपर भी कार्रवाई की जाएगी.