जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई बढ़ती ही जा रही है. इसी कड़ी में शनिवार को एक आतंकी को उसके दास्तों ने ही गोली मार दी. आतंकी को तड़पता छोड़कर उसके साथी वहां से भाग गए, लेकिन पेट्रोलिंग कर रहे भारतीय जवनों की नजर उस पर पड़ गई. भारतीय सुरक्षाबल ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाने की तैयारी तेज कर दी. भारतीय सुरक्षाबलों के जज्बे को देखकर आतंकी बोला-मुझे आप लोगों की तरह ही सैनिक बनना चाहिए था.
आतंकवादी आरिफ हुसैन बट ने बताया कि उसे हिजबुल और लश्कर के आतंकियों ने सेना पर हमले की प्लानिंग करने मीटिंग के लिए बुलाया था. आरिफ ने बताया कि मीटिंग खत्म होने के बाद जब मैं और मेरा दोस्त आदिल अहमद अपने कैंप की ओर जा रहे थे, तभी दूसरे आतंकियों ने हमें घेर लिया. आतंकियों के साथ आदिल की पहले तो झड़प हुई उसके बाद आतंकियों ने उसे गोलियों से भून दिया.
आरिफ ने जब उन्हें रोकना चाहा तो आतंकियों ने उसके पैर पर गोली मार दी और उसे वहां पर तड़पता छोड़ दिया. इसी दौरान वहां से गुजर रही भारतीय सुरक्षाबलों की पेट्रोलिंग टीम की नजर आरिफ पर पड़ी. घायल आतंकी को देख सुरक्षाबलों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया.