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बैठकों में बिस्कुट नहीं, अखरोट-बादाम खायेंगे अफसर, प्लास्टिक बोतल वाले पानी पर भी पाबंदी

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-सरकार को अधिकारियों की सेहत का आया ख्याल 

सरकारी बैठकों में अब चाय के साथ बिस्किट नहीं परोसी जायेगी. अधिकारियों की सेहत का ख्याल करते हुए सरकार ने बिस्कुट की जगह देशी नाश्ता लाई-चना, भुना चना, खजूर, बादाम और अखरोट परोसने का फैसला किया है. यही नहीं, सेहत के लिए नुकसानदेह बिस्कुट सरकारी कैंटीन में बेचे भी नहीं जा सकेंगे. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन की पहल पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस संदर्भ में सर्कुलर जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि बैठकों के दौरान कुकीज, बिस्कुट और अन्य फास्ट फूड न परोसें.

सरकारी कार्यालयों में स्नैक्स की जगह भुना हुआ चना, खजूर, बादाम और अखरोट जैसे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाले खाने के विकल्प तलाशने को कहा है. सर्कुलर में यह भी कहा गया है कि प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीना को नुकसानदेह है. निकट भविष्य में इसका प्रयोग भी बंद किया जायेगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्लास्टिक कचरे से कितना प्रदूषण हो रहा है, इससे सब वाकिफ हैं. इसलिए इसकी जितनी जल्द विदाई की जाये, बेहतर है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि फिलहाल यह आदेश स्वास्थ्य मंत्रालय के विभागों और संस्थानों में लागू होगा. यह एक स्वास्थ्यकर कदम है और इसे डॉक्टरों की पहल पर उठाया गया है.

उन्होंने बताया कि पहल के सफल होने पर इस योजना को अन्य मंत्रालयों एवं विभागों से भी लागू करने का अनुरोध किया जायेगा. स्वास्थ्य मंत्रालय के नियंत्रण में आने वाले एम्स में भी बिस्किट नहीं मिलेगा. देशभर के अन्य राज्यों के अस्पतालों में भी बिस्किट की बिक्री पर रोक लगाने को कहा जायेगा.

लाई, चना व खजूर मिनरल्स-विटामिन से भरपूर
 
चिकित्सकों की राय में बिस्किट की अपेक्षा लाई, चना, खजूर, भूने चने, बादाम और अखरोट तमाम तरीके के मिनरल्स और विटामिन से भरपूर होते हैं. चना, खजूर, बादाम और अखरोट को भी स्वास्थ्य के लिए बेहद पोषक है. बिस्किट की अपेक्षा इन्हें स्वास्थ्य के लिए उपयोगी माना जाता है.