पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारत ने सबसे बड़ा बदला ले लिया है। आज सुबह साढ़े तीन बजे भारतीय वायुसेना ने एलओसी के पार जाकर जैश-ए-मोहम्मद के अलावा कई आंतकी संगठनों के लॉन्च पैड पूरी तरह बर्बाद कर दिए।
1971 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी सीमा के भीतर दाखिल होकर हवाई हमला किया है। इस हमले के बाद से ही पाकिस्तान घबराया हुआ है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आनन-फानन में सुरक्षा को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। इस बैठक में देश के पूर्व विदेश सचिवों और नौकरशाहों को बुलाया गया है।
इस बीच पाक के विदेश मंत्री का बयान आया है। उन्होंने कहा कि, मैं देश की आवाम को गुमराह नहीं करना चाहता। हमारे ऊपरे खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में हमें सतर्क रहने की जरूरत है।
ऐसे एयर स्ट्राइक को दिया गया अंजाम
भारतीय वायुसेना ने 12 मिराज-2000 जेट ने आज तड़के साढ़े तीन बजे एलओसी के पार मुजफ्फराबाद, चिकोटी, बालाकोट में जैश, लश्कर जैसे आतंकी संगठनों के कंट्रोल रूम पर हवाई हमला किया है। इस हमले में एक हजार किलो से ज्यादा के गाइडेड बम का इस्तेमाल किया गया है।
ये हवाई हमला पुलवामा अटैक के 12 दिन बाद हुआ है। सीआरपीएफ के काफिले पर हुए जैश-ए-मोहम्मद के फिदाइनी हमले में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवानों की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही पूरा देश गुस्से से उबल रहा था। सब बदले की बात कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साफ कर दिया था कि जवानों की बलिदान बेकार नहीं जाएगा और आतंकियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।