नयी दिल्ली ; देश के संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर को 31 मार्च 1990 को मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करके देश और समाज के प्रति उनके अमूल्य योगदान को नमन किया गया।
‘बाबासाहब’ भीमराव आंबेडकर ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था और जीवनभर सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ते रहे। आजादी के बाद उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई, जब उन्हें राष्ट्र के संविधान निर्माण का दायित्व सौंपा गया। देश-दुनिया के इतिहास में 31 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
1504 : सिखों के गुरु अंगद देव जी का जन्म। वह गुरू नानक देव जी के बाद सिखों के दूसरे गुरू थे।
1727 : दुनिया के महान भौतिकशास्त्रियों में शुमार आइजैक न्यूटन का 84 वर्ष की आयु में लंदन में निधन।
1870 : अमेरिका में पहली बार किसी अश्वेत नागरिक ने वोट दिया। अश्वेतों को समान अधिकार दिलाने की दिशा में यह एक बड़ी कामयाबी थी।
1921 : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के झंडे को अंगीकार किया गया।
1959: तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा अपने 20 शिष्यों के साथ भारत की सीमा में पहुंचे। वह 17 मार्च को तिब्बत की राजधानी ल्हासा से पैदल रवाना हुए थे और खेनज़ीमन दर्रे से होते हुए सकुशल भारत पहुंच गए।
1964 : बम्बई (अब मुंबई) में बिजली से चलने वाली ट्राम को बंद किया गया।
1980 : अमेरिका के महान फर्राटा धावक जेसी ओवंस का निधन। ओवंस ने 1936 के बर्लिन ओलंपिक खेलों में अपने देश के लिए चार स्वर्ण पदक जीते थे।
1981: एक घरेलू विमान का अपहरण करने वाले इंडोनेशिया के पांच आतंकवादियों में से चार थाइलैंड के बैंकाक में मारे गये। विमान में सवार सभी 55 लोग सुरक्षित। आतंकवादियों ने इंडोनेशिया की जेलों में बंद 80 लोगों को रिहा कराने के लिए 28 मार्च को विमान का अपहरण किया था और उसे बैंकाक ले गए थे।
1983 : कोलम्बिया में भूकंप से लगभग 5,000 लोगों की मौत।
1990 : संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर को सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।