लंदन में लोकतंत्र पर दिए बयान राहुल गांधी को अब भारी पड़ने लगे हैं. बीजेपी लगातार उन पर माफी मांगने का दबाव बना रही है. इधर, राहुल अपने बयान पर सफाई देना चाहते हैं. कई बार उन्होंने इसको लेकर कुछ कहने की कोशिश की लेकिन उन्हें बोलने का मौका नहीं मिला.
इसी कड़ी में राहुल गांधी ने सदन के इस मामले में बोलने को लेकर लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला को एक पत्र लिखा था, लेकिन राहुल की अर्जी को ओम बिरला ने खारिज कर दिया.
स्पीकर ने ठुकराया राहुल की अर्जी: दरअसल,राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर सदन में लंदन में दिए अपने भाषण पर सफाई पेश करना चाहते थे. वहीं, सूत्रों के हवाले से खबर है कि स्पीकर ने संसद के रूल 357 का हवाला देते हुए उनकी अर्जी को ठुकरा दिया. गौरतलब है कि इससे पहले भी राहुल गांधी लंदन वाले पर पर सफाई देने की कोशिश की थी.
विदेश मंत्रालय की कमेटी की मीटिंग में भी दी थी सफाई: इससे पहले राहुल गांधी विदेश मंत्रालय की कमेटी की मीटिंग में अपने लंदन में दिए बयान पर सफाई दी थी. मीटिंग में उन्होंने कहा थी कि मेरा बयान किसी देश या सरकार को लेकर नहीं था. उन्होंने एक व्यक्ति को लेकर यह बयान दिया था. उन्होंने सफाई दी थी कि भारत के लोकतंत्र के संबंध में जो कहा, ये भारत का अपना अंदरूनी मुद्दा है और हम इसे सुलझा लेंगे. हालांकि बाद में उन्हें विदेश मंत्री ने यह कहकर चुप करा दिया यह प्लेटफॉर्म इस तरह की बात के लिए नहीं है.