Corona Cases Rise India: भारत में मौसम बदलने के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. पिछले 24 घंटे में देश में 796 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं.
इसके साथ ही एक्टिव मामलों की 109 दिनों बाद संख्या 5000 के पार पहुंच गई है. कोरोना केस बढ़ने के साथ ही केंद्र सरकार ने राज्यों को माइक्रो लेवल पर हालात का जायजा लेने कहा है. केंद्र की तरफ से 6 राज्यों को सर्विलांस, टेस्टिंग, मॉनिटरिंग और कोविड क्लस्टर की पहचान करने का निर्देश दिया गया है. भारत में 8 मार्च तक कोरोना के कुल केस 2082 थे, जो 15 मार्च तक बढ़कर 3,264 हो गए थे. वहीं 16 मार्च को कोरोना के 700 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. कर्नाटक में देखा जा रहा है कि कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे हैं. केंद्र ने भी राज्य सरकार को हालात का जायजा लेने और माइक्रो लेवल पर सर्विलांस, टेस्टिंग और मॉनिटरिंग बढ़ाने का निर्देश दिया है. इनके अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल को भी कहा गया है कि वे माइक्रो लेवल पर पनप रहे कोविड क्लस्टर्स की पहचान करे.
220 करोड़ वैक्सीन के डोज लगाए गए पिछले साल नवंबर महीने में देश में कोरेना केस 656 दर्ज किए गए थे. देशभर में अबतक कोरोना के 4.46 करोड़ मामले दर्ज किए गए. वहीं देश में रिकवरी रेट 98.8 पर्सेंट है. वहीं मृत्यु दर 1.19 पर्सेंट पर पहुंच गया था. पिछले दिनों कर्नाटक में दो, महाराष्ट्र में दो और उत्तराखंड में भी कोरोना संक्रमण से मौतें दर्ज की गई थी. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देशभर में अबतक 220.64 करोड़ वैक्सीन के डोज लगाए जा चुके हैं.
इन्फ्लुएंजा के भी बड़ रहे केस केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 2 जनवरी से 5 मार्च के बीच देश में इन्फ्लुएंजा के 451 केस दर्ज किए गए थे. इस वायरस से हरियाणा में एक और कर्नाटक में एक मरीज के मारे दाने की पुष्टि हुई है. वहीं माहाराष्ट्र में एच3एन2 के मामले 109 तो एच1एन1 (स्वाइन फ्लू) के मामले 324 हो गए हैं. पुणे में एक डॉक्टर ने बताया कि इन्फ्लुएंजा वायरस से सबसे ज्यादा बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवति महिला प्रभावित हो रहे हैं, और इन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ रही है और ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ रही है.