पीएम मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया. इस बार उनका फोकस जी20 रहा. 2023 G20 Summit की अध्यक्षता इस बार भारत करने जा रहा है.पीएम मोदीने कहा किमन की बात में एक बार फिर आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है.
यह कार्यक्रम 95वां एपिसोड है और हम लोग धीरे-धीरे शतक की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही मुझे G-20 Logo और भारत की अध्यक्षता की वेबसाइट लॉन्च करने का सौभाग्य मिला था. इस Logo का चुनाव एक पब्लिक कॉन्टेस्ट के जरिए हुआ था.
पीएम ने आगे कहा कि G-20 की World Population में दो-तिहाई, World Trade में तीन-चौथाई, और World GDP में 85% भागीदारी है. आप कल्पना कर सकते हैं. भारत अब से तीन दिन बाद यानी एक दिसंबर से इतने बड़े समूह की और इतने सामर्थ्यवान समूह की अध्यक्षता करने जा रहा है. उन्होंने कहा कि जी20 की अध्यक्षता हमारे लिए एक बड़ा अवसर बनकर आया है. हमें इस मौके का पूरा उपयोग करते हुए Global Good, विश्व कल्याण पर फोकस करना है.
पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम की 10 बड़े बातें
1- चाहे शांति हो या एकता, पर्यावरण को लेकर संवेदनशीलता की बात हो, या फिर Sustainable Development की, भारत के पास, इनसे जुड़ी चुनौतियों का समाधान है. आपको ये भी याद रखना है कि G20 में आने वाले लोग भले ही अभी एक डेलीगेट्स के रूप में आयें लेकिन भविष्य के टूरिस्ट भी हैं.
2- आने वाले दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में G20 से जुड़े अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इस दौरान दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लोगों को आपके राज्यों में आने का मौका मिलेगा. मुझे भरोसा है कि आप अपने यहां की संस्कृति के विविध और विशिष्ट रंगों को दुनिया के सामने लाएंगे.
3- मेरे प्यारे देशवासियों 18 नवंबर को पूरे देश ने स्पेस सेक्टर में एक नया इतिहास बनते देखा. इस दिन भारत ने अपने पहले ऐसे रॉकेट को अंतरिक्ष में भेजा, जिसे भारत के प्राइवेट सेक्टर ने डिजाइन और तैयार किया था. इस Rocket का नाम है विक्रमएस.
4- श्रीहरिकोटा से स्वदेशी Space Start-up के इस पहले रॉकेट ने जैसे ही ऐतिहासिक उड़ान भरी, हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो गया. साथियों विक्रम-एस रॉकेट कई सारी खूबियों से लैस है. सही में विक्रम-एस के लॉन्च मिशन को जो प्रारम्भ नाम दिया गया है वो बिल्कुल फिट बैठता है. ये भारत में प्राइवेट स्पेस सेक्टर के लिए एक नए युग के उदय का प्रतीक है.
5- आप कल्पना कर सकते हैं जो बच्चे कभी हाथ से कागज का हवाई जहाज बनाकर उड़ाया करते थे उन्हें अब भारत में ही हवाई जहाज बनाने का मौका मिल रहा है. आप कल्पना कर सकते हैं कि जो बच्चे कभी चांद-तारों को देखकर आसमान में आकृतियां बनाया करते थे, उन्हें अब भारत में ही रॉकेट बनाने का मौका मिल रहा है.
6- ये सैटेलाइट बहुत ही अच्छे resolution की तस्वीरें भेजेगी जिससे भूटान को अपने प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन में मदद मिलेगी. इस सैटेलाइट की लॉन्चिंग भारत-भूटान के मजबूत सबंधों का प्रतिबिंब है. भारत स्पेस सेक्टर में अपनी सफलता अपने पड़ोसी देशों से भी साझा कर रहा है. कल ही भारत ने एक सैटेलाइट लॉन्च की, जिसे भारत और भूटान ने मिलकर डेवलप किया है.
7- कुछ दिनों पहले हमने देखा कि कैसे हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में ड्रोन्स के जरिए सेब ट्रांसपोर्ट किये गए. साथियों आज हमारे देशवासी अपने इनोवेशन से उन चीजों को भी संभव बना रहे हैं, जिसकी पहले कल्पना तक नहीं की जा सकती थी.
इसे देखकर किसे ख़ुशी नहीं होगी? हाल के वर्षों में हमारे देश ने उपलब्धियों का एक लम्बा सफ़र तय किया है.
8- यूपी की राजधानी लखनऊ से 70-80 किलोमीटर दूर हरदोई का एक गांव है बांसा. मुझे इस गांव के जतिन ललित सिंह जी के बारे में जानकारी मिली है, जो शिक्षा की अलख जगाने में जुटे हैं. कोई अगर विद्या का दान कर रहा है, तो वो समाज हित में सबसे बड़ा काम कर रहा है.
9- आप सोच रहे होंगे कि घर के पास में किसी मंदिर में भजन कीर्तन चल रहा है. लेकिन ये आवाज भी आप तक भारत से हजारों मील दूर बसे साउथ अमेरिकन देश Guyana से आई है.
10- संगीत की हमारी विधाओं ने, न केवल हमारी संस्कृति को समृद्ध किया है बल्कि दुनियाभर के संगीत पर अपनी अमिट छाप भी छोड़ी है. भारतीय संगीत की ख्याति विश्व के कोने-कोने में फ़ैल चुकी है. चाहे वह नदी की कलकल हो, बारिश की बूंदें हों, पक्षियों का कलरव हो या फिर हवा का गूंजता स्वर हमारी सभ्यता में संगीत हर तरफ समाया हुआ है.