भारत जोड़ो यात्रा में शुरू से ही भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमलावर दिख रहे राहुल गांधी ने अब मध्य प्रदेश में यात्रा शुरू करते ही भाजपा के खिलाफ बड़ा बयान दे दिया है।
ऐसा होने से सियासत में भूचाल आ गया है। जी दरअसल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज यानी बुधवार सुबह मध्य प्रदेश में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत करते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि, ‘भाजपा युवाओं, किसानों और मजदूरों के दिलों में पहले डर फैलाती है और फिर इसे हिंसा में बदल देती है।’
जी दरअसल राहुल की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ महाराष्ट्र से गुजरने के बाद ‘दक्षिण का द्वार’ कहे जाने वाले बुरहानपुर जिले के बोदरली गांव से मध्य प्रदेश में तय कार्यक्रम से एक घंटे की देरी से दाखिल हुई। ऐसे में राहुल ने गांव के सभास्थल पर महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाइयों के बीच तिरंगे का हस्तांतरण कराने के बाद मध्य प्रदेश में 12 दिवसीय यात्रा की औपचारिक शुरुआत की। इस दौरान महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले, मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। आपको बता दें कि राहुल ने सभा में कहा कि, ‘उनकी यात्रा देश में फैलाई जा रही नफरत, हिंसा और डर के खिलाफ है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने केंद्र सरकार को बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर घेरा।’ इसी के साथ उन्होंने कहा, ‘भाजपा सबसे पहले युवाओं, किसानों और मजदूरों के दिलों में डर फैलाती है और जब यह डर अच्छी तरह से फैल जाता है तो वह इसे हिंसा में बदल देती है।’
इस दौरान राहुल ने भाजपा को एक तरह से चुनौती देते हुए कहा, ‘हमने कन्याकुमारी से हाथ में तिरंगा लेकर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू की थी। इस तिरंगे को श्रीनगर पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता।’ इसी के साथ उन्होंने दावा किया कि देश का उद्योग जगत, हवाई अड्डे और बंदरगाह केवल तीन-चार उद्योगपतियों के हाथों में हैं और अब रेलवे भी उनके हाथों में जाने वाला है। आगे राहुल ने कहा, ‘यह अन्याय का हिंदुस्तान है। ऐसा हिंदुस्तान हमें नहीं चाहिए। गरीबों को न्याय चाहिए। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि महंगे पेट्रोल और रसोई गैस के लिए आम आदमी की जेब से निकलने वाला धन तीन-चार उद्योगपतियों की जेब में जा रहा है। इस दौरान राहुल ने रुद्र नाम के पांच वर्षीय बच्चे को अपनी सभा के मंच पर बुलाया, जिसने कहा कि वह बड़ा होकर डॉक्टर बनना चाहता है।
इस पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने सरकार पर शिक्षा के निजीकरण का आरोप लगाते हुए कहा, ‘आज के हिंदुस्तान में रुद्र का डॉक्टर बनने का सपना पूरा नहीं हो सकता, क्योंकि निजी चिकित्सा महाविद्यालय में पढ़ाई के लिए उसके माता-पिता को करोड़ों रुपये की फीस देनी होगी। फीस नहीं दे पाने के कारण उसे मजदूरी करनी पड़ेगी।’ आपको बता दें कि राहुल की अगुवाई वाली यह पदयात्रा चार दिसंबर को राजस्थान में दाखिल होने से पहले 12 दिन के भीतर पश्चिमी मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल से गुजरेगी।