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‘विश्वसनीयता सिर्फ बोलने से नहीं बनती है काम से बनती है’, गुजरात में चुनाव के बीच बोले अमित शाह

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देश के गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात में त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना को सिरे से खारिज किया है।

जी दरअसल हाल ही में अमित शाह ने तीन उदाहरण देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) को गुजरात में सफलता मिलने की संभावना को नकारा है। इसी के साथ उन्होंने इस बात को लेकर भी जवाब दिया कि क्या भाजपा विरोधी मतों में कांग्रेस और ‘आप’ के बीच वोट बंटवारे से फायदा होगा? केवल यही नहीं बल्कि उन्होंने केजरीवाल के हिंदुत्व कार्ड पर भी सवाल खड़े किए। जी दरसल अमित शाह ने दावा किया कि ‘भाजपा के वोटशेयर और सीटों में इजाफा होने जा रहा है।’

एक मशहूर वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में अमित शाह से जब पूछा गया कि गुजरात में क्या ‘आप’ फैक्टर है? इस पर अमित शाह ने कहा, ”मीडिया में जरूर है। गुजरात में तीन बड़े दलों ने चुनाव को त्रिकोणीय करने का फैसला किया। सबसे पहले चिमनभाई ने पार्टी बनाई और त्रिकोणीय करने का फैसला किया, लेकिन विफल रहे और पार्टी बंद करनी पड़ी। शंकर सिंह वाघेला और केशुभाई पटेल ने भी त्रिकोणीय करने के लिए पार्टी बनाई लेकिन विपल रहने के बाद पार्टी खत्म करनी पड़ी। किसी को भी 5 से ज्यादा सीटें नहीं मिली। त्रिकोणीय चुनाव गुजरात का स्वभाव नहीं है।” इसी के साथ अमित शाह से जब पूछा गया कि क्या त्रिकोणीय चुनाव की स्थिति में वोट बंटवारे से भाजपा को फायदा नहीं होगा?

तो अमित शाह ने कहा, ”मैं जब 50 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल कर रहा हूं तो वोट कहां और कैसे बंटते हैं इसके कोई मायने नहीं हैं। भाजपा इस बार 50 फीसदी से ज्यादा मत प्राप्त करने जा रही है।” केजरीवाल की ओर से शराब घोटाले और सत्येंद्र जैन को गुजरात चुनाव से जोड़ने की कोशिश को लेकर अमित शाह ने कहा कि जनता इस बात को सच नहीं मानती होगी। ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस का प्रभाव कम हो रहा है और उसकी जगह कौन लेगा? वहीं इस पर अमित शाह ने कहा, ”भाजपा भी फिल कर सकती है, हमारा वोट भी बढ़ सकता है। हर बार जनता विकल्प की तलाश नहीं करती है। कई बार ऐसा होता है कि सत्ता पक्ष को जनता और मजबूत करती है।”

इसी के साथ अमित शाह ने कहा कि ‘भाजपा के वोट बढ़ रहे हैं और यह किसके हिस्से से आ रहा है यह कोई नहीं बता सकता है। भाजपा की सीटें भी बढ़ रही हैं।’ विधानसभा और जमीन पर कांग्रेस पार्टी ही मुख्य विपक्ष पार्टी है। कांग्रेस के बेस वोट को लेकर शाह ने कहा कि इसमें कटौती-बढ़ोतरी हो सकती है लेकिन उनका बेस आज भी है। हर पार्टी का एक बेस होता है, हमारा भी है। कमी-वृद्धि हो सकती है, लेकिन कांग्रेस जमीन पर है।

वहीं केजरीवाल की ओर से हिंदुत्व कार्ड चलने को लेकर पूछे गए सवाल पर अमित शाह ने कहा, ”कोई किसी भी कार्ड को खेले, लेकिन भारत की जनता विशेषकर गुजरात की जनता इतनी भोली नहीं है कि एक दो बयानों से किसी ओर बह जाए। राजनीति में हर व्यक्ति का अपना इतिहास होता है। जिसके आधार पर विश्वसनीयता बनती है। लंबा करियर होता है, आप किस तरह की बात करते हो, आपकी विचारधारा क्या है, इसके मायने क्या हैं, इसके लक्ष्य क्या हैं और इसके लिए आपने क्या किया। हम जनसंघ के माध्यम से भाजपा बने। जनसंघ से लेकर भाजपा तक हमने कहा था कि धारा 370 हटाएंगे। एक देश में दो निशान, दो प्रधान और दो संविधान नहीं चल सकते हैं। हमने हटाकर दिखाया। इससे विश्वसनीयता बढ़ती है। हमने साफ कहा था कि उसी जगह पर राममंदिर बनना चाहिए। अब जब देश की जनता पीएम मोदी को भूमि पूजन करते हुए देखती है तो जनता का भरोसा बढ़ता है। हमने 1950 में कहा था कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लाएंगे। तीन राज्यों में इसकी शुरुआत की है। हमने कहा था कि ट्रिपल तलाक को खत्म करेंगे और ऐसा करके दिखाया है। विश्वसनीयता सिर्फ बोलने से नहीं बनती है काम से बनती है।