अपना एक घर हो, गाड़ी हो ये ज्यादातर भारतीय नौकरीपेशा लोगों का सपना होता है. लेकिन एक मुश्त मोटी रकम और रोजमर्रा के खर्चों के बीच ये सपना पूरा करना और घर, गाड़ी खरीदना मुश्किल होता है. ऐसी परिस्थिति में सबसे अच्छा रास्ता लोन वाला नजर आता है. सामान्य आदमी के लिए घर के लिए यह लोन 25 लाख से लेकर 40 या 50 लाख रुपये तक होता है.
लेकिन क्या आपने कभी इस पहलू पर विचार किया है कि आपको होम लोन पर कितना पैसा अतिरिक्त देते रहना पड़ता है. अक्सर ये रकम काफी ज्यादा होती है. अगर आप होन लेने वक्त सही बैंक या फाइनेंस कंपनी का चुनाव नहीं करते हैं तो यह रकम लगभग दोगुनी हो जाती है.
सबसे पहले करें ये काम
सामान्यत: होम लोन का टेन्योर ज्यादातर केस में 20 साल होता है. ऐसी स्थिति में होम लोन के ब्याज और बाकी चीजों की गणना जरूरी होती है. बहुत सारे बैंक आपके 25 लाख या 30 लाख के कर्ज के बदले आपसे 20 साल के दौरान दोगुना वसूल कर लेते हैं. इसलिए बेहतर है कि कर्ज लेने के पहले अच्छे से अलग अलग बैंकों की ब्याज दर चेक कर लें.
लोन का गुणा-भाग
मान लीजिए आप घर खरीदने के लिए 25 लाख रुपये का लोन लेते हैं. इस लोन को चुकाने यानी ईएमआई भरने की अवधि 20 साल तय होती है. अब बात ब्याज दर की. आमतौर पर अगल अगल बैंकों की होम लोन की ब्याज दर 7 पर्सेंट से 8.5 पर्सेंट के दायरे में है. लगभग 7 पर्सेंट शुरुआती रेंज है. बढ़ते ब्याज दर और दूसरी परिस्थितियों को देखते हुए एवरेजिंग करें तो होमलोन के लिए 7.5 पर्सेंट से 8 पर्सेंट के बीच ब्याज दर चुकानी पड़ेगी.