मुंबई. फिल्म इंडस्ट्री के लीजेंड एक्टर दिलीप कुमार (Dilip Kumar) के निधन से लोग अभी उबर भी नहीं पाए थे कि एक और दुखद खबर आ गई. हॉरर फिल्मों के लिए मशहूर कुमार रामसे (Kumar Ramsay) का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. 85 साल की उम्र में रामसे ब्रदर्स में सबसे बड़े कुमार रामसे नहीं रहें. न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई के हीरानंदानी स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली.
हॉरर फिल्मों की पटकथा लिखने वाले कुमार रामसे अपने पीछे पत्नी शीला और उनके तीन बेटे राज रामसे, गोपाल रामसे और सुनील रामसे को छोड़ गए हैं. उनके बेटे गोपाल के मुताबिक गुरुवार सुबह साढ़े 5 बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. फिल्म निर्माता एफ यू रामसे के बेटे कुमार रामसे सात भाईयों में सबसे बड़े थे. इन भाईयों ने हॉरर फिल्म बनाई और इनका नाम ही डरावनी फिल्मों के लिए जाना जाता है.
हॉलीवुड की हॉरर फिल्मों में इंडियन मसाले का तड़का डालते हुए इन बंधुओं ने भूत-प्रेत की कई कहानियों पर फिल्में बना दर्शकों को थियेटर में डराया.70-80 के दशक में कम बजट में कई शानदार फिल्में देने वाले रामसे ब्रदर्स में कुमार स्क्रिप्ट संभालते थे. इनकी फिल्मों काफी पसंद किया जाता था. रामसे ब्रदर्स की फिल्मों में ‘और कौन ?’ और ‘दहशत’ ‘साया’, ‘खोज’, ‘पुराना मंदिर’ जैसी फिल्में शामिल हैं. ‘साया’ में शत्रुघ्न सिन्हा थे तो खोज में ऋषि कपूर और नसीरूद्दीन शाह.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1947 में बंटवारे के बाद एफ यू रामसे की फैमिली मुंबई आ गई थी. यहां रामसे बंधुओं ने इलेक्ट्रॉनिक की शॉप खोली लेकिन मायानगरी में रहते हुए इनका मोह फिल्मी दुनिया की तरफ गया. अपने पिता के साथ सातों भाईयों ने फिल्म बनाने का काम शुरू कर दिया. अलग जोनर को पकड़ा और उसी में अपनी खास पहचान बनाई.