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Coronavirus: डेल्टा के बढ़ते मामलों पर सख्त सरकार, गृह मंत्रालय ने राज्यों को दी यह चेतावनी

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देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण का कहर जारी, जिससे अब तक करीब 4 लाख लोग मौत के गाल में समा गए हैं। अब संक्रमण की दूसरी लहर धीमी जरूर पड़ी, लेकिन खतरा अभी भी नहीं टला है। कोरोना नए-नए रूप में लोगों में प्रवेश कर रहा है।

अब संक्रमण का नया वेरिएंट डेल्टा प्लस लोगों की चिंता बढ़ा रहा है। डेल्टा के बढ़ते मामलों के बीच गृह मंत्रालय ने राज्यों को एक चेतावनी जारी कर दी है। गृह मंत्रालय ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि राज्यों को सावधानी से प्रतिबंधों में ढील देनी चाहिए। मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना से निपटने के लिए पांच सूत्रीय रणनीति पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

मंत्रालय ने टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट, वैक्सीनेशन और कोरोना उपयुक्त व्यवहार अपनाने पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जिलेवार रणनीति बनाने पर जोर देने की बात कही गई है। मंत्रालय ने कहा है कि अगर केस पॉजिटिविटी रेट और अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या बढ़ती है तो तत्काल कंटेनमेंट रणनीति पर काम करना होगा।

– विशेषज्ञ दे रही तीसरी लहर की चेतावनी

इससे पहले टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के कोविड-19 कार्य समूह के प्रमुख डॉ. एन.के. अरोड़ा ने बीते रविवार को कहा था कि भारत में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर घट रही है और डेल्टा के नए वेरिएंट ‘डेल्टा प्लस’ ने नई चिंता पैदा कर दी है।

सभी महामारी वैज्ञानिकों ने अपनी भविष्यवाणी में कोविड-19 की तीसरी लहर को करीब-करीब अनिवार्य बताया है, लेकिन डेल्टा प्लस को अभी तक महामारी की तीसरी लहर से नहीं जोड़ा जा सका है। हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चूंकि कोरोना वेरिएंट्स का जुड़ाव महामारी की नई लहरों से है, इसलिए तीसरी लहर के लिए डेल्टा प्लस वेरिएंट्स को जिम्मेदार मानने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता।

वहीं, डॉ. अरोड़ा ने कहा था, ‘महामारी के लहरों का संबंध वायरस के नए वेरिएंट्स या फिर नए म्यूटेशन से हैं, इसलिए डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से तीसरी लहर आने की एक संभावना है, क्योंकि यह एक नया वेरिएंट है, लेकिन क्या वाकई यह तीसरी लहर की ओर ले जाएगा। इसका उत्तर देना मुश्किल है क्योंकि यह दो या तीन चीजों पर निर्भर करेगा।

डॉ. अरोड़ा ने कहा कि वायरस का अकेला वेरिएंट देश पर बुरी तरह से चोट नहीं कर सकता क्योंकि इसके अलावा तीन अन्य ऐसे कारक भी हैं जो महामारी की संभावित नई लहर को नियंत्रित करेंगे.