रायपुर की पुलिस ने ठगी के एक केस में जिस बदमाश को पकड़ा वो खुद को भाजपा नेता बताया करता था। बेरोजगार युवकों को झांसे में लेने के लिए इस शातिर ने छत्तीसगढ़ के कई बड़े भाजपा नेताओं के साथ अपनी तस्वीरें भी उन्हें दिखाकर रुपए एैंठे। रायपुर के गोलबाजार थाने की पुलिस ने शुक्रवार की रात इसे गिरफ्तार किया। शनिवार को इसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इसने कई लड़कों को नौकरी दिलाने का वादा कर रुपए लिए और धोखा दिया।
डेढ़ साल से फरार था आरोपी
पुलिस साल 2020 के अक्टूबर महीने से मनीष सोनी नाम के इस बदमाश को तलाश रही थी। शुक्रवार की रात पुलिस को जानकारी मिली कि मनीष अपने घर वालों से मिलने न्यू शांति नगर के अपने मकान में आया है। टीम ने फौरन दबिश देकर इसे गिरफ्तार कर लिया। अब तक मनीष रायपुर से बाहर छुपा हुआ था। गोलबाजार थाना प्रभारी केके बाजपेयी ने बताया कि इस वक्त मनीष क्या काम करता था इसकी जानकारी नहीं है। इसने दो दर्जन से ज्यादा बेरोजगार युवक-युवतियों को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया था। किसी को मंत्रालय तो किसी को स्वास्थ्य विभाग में सीधी भर्ती का झांसा देकर रुपए ले रखे थे।
रायपुर के फूलचंद साहू नाम के युवक के अलावा मनीष का शिकार हो चुके 7 लोगों ने गोलबाजार थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। मनीष सोनी को बेरोजगार युवक रितेश ठाकुर ने 2 लाख, अंजली रूपरेला 4.5 लाख, संजय यादव 1.5 लाख, जितेन्द्र कुमार 3 लाख, मोहसीन कुरैशी 2.5 लाख, हेमलता वर्मा 2.5 लाख, विकेश साहू 3 लाख, मनीष वर्मा 2 लाख, अनुभव शर्मा 3 लाख, फुलचंद साहू 3 लाख, रामफेकर जी 4.5 लाख सहित कुल 31.50 लाख रुपये दिए थे। पैसों का लेन-देन नवा रायपुर मंत्रालय के पीछे के कैंपस में होता था। वहीं ठग युवकों को बुलाता था, मनीष दावा करता था कि यहां हर बड़ा अफसर और भाजपा सरकार के मंत्री उसे जानते हैं। सारा काम यहीं से होगा। भरोसे में आकर युवकों ने उसे रुपए दे दिए थे।