बिहार का एक छोटा सा गांव. इस गांव में रहते हैं लक्ष्मी नारायण मास्टर जी. लक्ष्मी नारायण खुद टीचर हैं, इसलिए उन्हें समय पर स्कूल जाना होता है और पढ़ाई-लिखाई के अलावा सभी जरूरी काम निपटाने होते हैं. कभी-कभी उन्हें बैंक भी जाना जाता है जहां उनका बचत खाता है. स्कूल तो गांव में ही है लेकिन बैंक गांव से 8 किमी दूर है. जिस दिन उन्हें बैंक जाना हो, उस दिन मास्टर जी को छुट्टी लेनी होती है. वजह बैंक की लंबी लाइन और घर से बैंक पहुंचने वाला लगने वाला समय भी. इसलिए मास्टर जी को जब-जब बैंक जाने की जरूरत पड़ती, वे जाने से पहले कई दफा सोचते. फिर स्कूल की छुट्टी मारते और बैंक जाते. एक काम कराते-कराते और और घर लौटते शाम हो जाते. यानी कि बैंक के एक काम के लिए पूरा दिन चाहिए होता.
आज मास्टर जी की स्थिति उन सभी लोगों के लिए है जिनका बैंक ब्रांच घर से दूर है और उन्हें लाइन में लगकर अपने काम निपटाने होते हैं. अब इस स्थिति में धीरे-धीरे परिवर्तन आ रहा है क्योंकि आपको बैंक जाने की जरूरत नहीं बल्कि बैंक आपके द्वार तक आएंगे. ऐसी ही योजना स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक ने शुरू की है जिसका नाम है डोरस्टेप बैंकिंग यानी कि आपका बैंक अब आपके दरवाजे पर.
इस योजना के अंतर्गत आपको घर बैठे कई सुविधाएं मिलेंगी जिसके लिए आपको ब्रांच में घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ता है. एसबीआई और पीएनबी अब अपने ग्राहकों को घर बैठे कई सुविधाएं दे रहे हैं. इसके लिए आपको रजिस्ट कराना होगा और बैंक ने इसके लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किए हैं.
स्टेट बैंक की योजना
स्टेट बैंक की इस योजना में पिक-अप सेवाएं, डिलीवरी सेवाएं और अन्य कई सेवाएं शामिल हैं. हालांकि अभी यह कुछ ही ब्रांचों में अमल में आया है, लेकिन इसे धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है. डोरस्टेप बैंकिंग (DSB) में जो सेवाएं दी जा रही हैं उनमें कैश पिकअप, कैश डिलीवरी, चेक पिकअप, चेक रिक्वीजिशन स्लीप पिकअप, फॉर्म 15एच पिकअप, ड्राफ डिलीवरी, टर्म डिपॉजिट एडवाइस की डिलीवरी, लाइल सर्टिफिकेट पिकअप और केवाईसी डॉक्यूमेंट पिकअप शामिल है.
इस सेवा को लेने के लिए आपको अपने होम ब्रांच में रजिस्ट्रेशन कराना होगा. होम ब्रांच में सभी जरूरी कार्यवाही पूरी होने के बाद आप घर बैठे एसबीआई की सुविधाओं का लाभ आसानी से ले सकेंगे. डोरस्टेप बैंकिंग में कैश निकालने या कैश जमा करने की लिमिट फिक्स है और अधिकतम 20 हजार रुपये प्रति ट्रांजेक्शन निर्धारित है. नॉन फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए प्रति विजिट 60 रुपये और जीएसटी के साथ वसूला जाता है. जबकि फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए यह चार्ज 100 रुपये प्लस जीएसटी है. कोई भी कस्टमर घर बैठे नकद निकासी का फायदा पासबुक के साथ चेक और विड्रॉल फॉर्म के साथ ही उठा पाएगा. इसके बिना किसी को अनुमति नहीं दी जाएगी.
पीएनबी में क्या है सुविधा
स्टेट बैंक की तरह पीएनबी भी अपने ग्राहकों को डोरस्टेप सुविधा दे रहा है. किसी कस्टमर को बैंक में कैश जमा करना हो तो बैंक के प्रतिनिधि उसके घर तक आएंगे. इसके लिए जरूरी है कि कस्टमर का केवाईसी पूरा हुआ हो. यह सुविधा लेने के लिए कस्टमर को एक इनरॉलमेंट फॉर्म भरना होता है और एग्रीमेंट पर दस्तखत करना होता है. बैंक के नॉर्मल बिजनेस ऑवर में घर से कैश पिकअप किया जाता है. कैश पिक की तरह चेक की भी सुविधा मिलती है.
पिकअप के अलग-अलग तरीके हैं. जैसे कि ऑन कॉल पिकअप में बैंक के कर्मचारी कस्टमर के घर या दफ्तर में आते हैं. कर्मचारी के आने के लिए टेलीफोन या फैक्स से रिक्वेस्ट भेज सकते हैं. इसी तरह एक तरीका बीट पिकअप का होता है जिसमें बैंक कर्मी हर दिन कैश लेने के लिए कस्टमर के घर या दफ्तर में आता है. कैश पिकअप के लिए एक निश्चित राशि निर्धारित है. इसके लिए कस्टमर के अकाउंट (सेविंग या करंट) में अगर वह निश्चित बैलेंस हो तो पिकअप का शुल्क माफ होता है.
इसके क्या फायदे हैं
कैश डिपॉजिट करने के लिए ब्रांच में आने की जरूरत नहीं है. आपका पैसा सुरक्षित और इंश्योर्ड रहेगा क्योंकि बैंक का कर्मचारी ही उसे ले आने या ले जाने के लिए प्रयुक्त होता है. कैश समय से पिकअप होता है. खुद से करना हो तो उसमें कितना समय लगेगा यह बैंक में मौजूद लाइन पर निर्भर करेगा. हालांकि आजकल डिपॉजिट मशीन भी है लेकिन इसकी संख्या अभी पर्याप्त नहीं है. कैश पिकअप के लिए सर्विस चार्ज काफी कम है, इसलिए इसका फायदा उठाया जा सकता है.