दिल्ली के अंदर दंगे तो खत्म हो चुके हैं लेकिन जो इसके परिणाम है वे बेहद ही घातक हैं। दिल्ली हमले में कुल 42 लोगों की जाने गई और हजारों लाखों रुपए का नुकसान हुआ। कई पब्लिक प्रॉपर्टी को आग के सुपूर्द कर दिया गया तो लोगों के वाहनों में भी आगजनी की गई।
दंगों के बाद से इस इलाके का हाल बेहद खराब है। यहां पर जो वाहन हिंदुओं के घर के बाहर खड़े हुए थे उनको आग के हवाले कर दिया गया। इतना ही नहीं जिन हिन्दुओं के घरों के दरवाजे तोड़े जा सकते थे उन्हें तोड़ दिया गया और लूटपाट की गई।
इन दंगाइयों का इस से ही मन नहीं भरा तो ये लोगों के घरों को ही आग के सुपुर्द करने लगे। गौर करने वाली बात ये है कि इनमे केवल हिन्दुओं के घर शामिल थे।
लोग यहाँ इस कदर डरे हुए हैं कि उन्होंने अपने घर बेचकर पलायन करना शुरू कर चुके हैं। हिंदू इस इलाके से कैसे भी कर निकल जाना चाहते हैं और अपना घर कहीं और बसाना चाहते हैं। यहां के लोगों का कहना है कि जो लोग दंगाई थे वह अल्लाह हू अकबर जैसे नारे लगाकर पूरे इलाके को आग के हवाले करते जा रहे थे।