मध्य प्रदेश के रतलाम में भाजपा ने कांग्रेस सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया. इस दौरान अमूमन जेएनयू में सुने जाने वाले ‘आजादी’ के नारे को भी लगाया गया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘मिलकर लेंगे आजादी’ और ‘कमलनाथ से आजादी’ के नारे लगाए.
प्रदर्शन की शुरुआत में ही भाजपा नेताओं की मौजूदगी में ‘आजादी’ को लेकर नारे लगाए गए. हालांकि, वरिष्ठ बीजेपी नेताओं के आते ही कार्यकर्ताओं ने नारे लगाने बंद कर दिए.
बीजेपी ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर कांग्रेस की नीतियों और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बीजेपी सांसद गुमान सिंह, रतलाम विधायक चेतन काश्यप के साथ विधायक राजेन्द्र पांडे, ग्रामीण विधायक दिलीपी मकवाना, सहित पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
आंदोलन में शामिल होने पहुंचे भाजपा सांसद गुमान सिंह को इस दौरान कांग्रेसियों ने काले झंडे भी दिखाए. हालांकि, पुलिस ने कांग्रेसियों से तुरंत काले झंडे छीन लिए.
वहीं प्रदर्शन के बाद ज्ञापन लेने में अधिकारियों की लेटलतीफी से पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी बिफर गए और बेरिकेट तोड़ने की पुलिस को चेतावनी देकर आगे बढ़े, जिसे लेकर काफी देकर तक कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों में धक्का मुक्की भी हुई. दरअसल, प्रदर्शन के दौरान कलेक्टर कार्यालय गेट के बाहर पुलिस ने बेरिकेट लगा दिए थे. लेकिन, बाद में एडीएम के आने पर मामला शांत हुआ और ज्ञापन दिया गया.