इमरान ख़ान नियाजी एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेवानिवृत्त पाकिस्तानी क्रिकेटर हैं। उन्होंने पाकिस्तानी आम चुनाव, 2018 में बहुमत जीता। वह 2013 से 2018 तक पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य थे, जो सीट 2013 के आम चुनावों में जीती थीं। इमरान बीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध के दो दशकों में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला और 1990 के दशक के मध्य से राजनीतिज्ञ हो गए। वर्तमान में, अपनी राजनीतिक सक्रियता के अलावा, ख़ान एक धर्मार्थ कार्यकर्ता और क्रिकेट कमेंटेटर भी हैं।
आज हम आपको पाकिस्तान के वजीरे आलम इमरान खान की तरफ से आए एक बयान के बारे में बताएंगे जिसमें उन्होंने भारत को किया। तो आइए बताते हैं आपको –
अक्सर हमारा पड़ोसी पाकिस्तान भारत को हमेशा ही कोसता रहता है और पाकिस्तान के तमाम सभी मंत्री भारत के खिलाफ जहर उगलते हैं और भारत को बुरा भला कहते हैं लेकिन अब पाकिस्तान को धीरे धीरे भारत की कीमत पता पड़ने लगी है और उसे धीरे-धीरे अब अकल आती जा रही है इसीलिए अब पाकिस्तान को भारत की कमी महसूस होने लगी है, बता दे आपको कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को हाल ही में भारत की याद आई है और उन्हें भारत के महत्वपूर्णता भी अब पता लगी है ।
इमरान ख़ान ने दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक के दौरान भारत को याद करते हुए कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत के साथ संबंध वैसे नहीं हैं जैसे होने चाहिए, लेकिन जब संबंध सामान्य होंगे, दोनों के बीच व्यापार शुरू होगा तो दुनिया को पाकिस्तान की आर्थिक क्षमता और रणनीतिक भौगोलिक स्थिति के बारे में पता चलेगा जिसके एक तरफ चीन, एक तरफ भारत और पश्चिम में अत्यधिक ऊर्जा का उत्पादन करने वाले देश हैं उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान को एक कल्याणकारी देश बनाना चाहते हैं लेकिन शांति और स्थिरता के बिना आर्थिक विकास संभव नहीं है ।
इस भाषण में गौर फरमाने वाली बात यह है कि पाकिस्तान को अब धीरे-धीरे भारत की महत्वपूर्णता समझ आने लगी है और इमरान खान के यह बात 100% सच है कि जब तक भारत पाकिस्तान से रिश्ते नहीं जुड़ेगा और इन दोनों देशों के रिश्ते पटरी पर नहीं लौटेंगे तब तक पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था ऐसे ही अपने निचले स्तर पर रहेगी और भारत की वजह से ही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था सुधर सकती है यह बात अब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को अच्छी तरीके से समझ आने लगी है ।