नागरिकता संशोधन कानून और प्रस्तावित एनआरसी पर व्यापक विरोध को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने नई योजना तैयार की है। सूत्रों के मुताबिक, जनवरी के पहले हफ्ते में भाजपा राष्ट्रीय स्तर पर सम्मेलन कर मुस्लिम समुदाय तक पहुंचेगी ताकि नागरिकता के मुद्दे पर विपक्ष के अभियान का मुकाबला किया जा सके। इसके अलावा भाजपा राष्ट्रीय स्तर पर संपर्क अभियान भी चलाएगी जिसमें मुस्लिम समुदाय से उनकी राय ली जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा व अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस संबंध में शुक्रवार को एक बैठक की जिसमें राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जी हसन रिजवी और भाजपा के कुछ अन्य मुस्लिम नेताओं ने हिस्सा लिया। इसमें इस विषय को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई
सूत्रों ने बताया कि बैठक में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जी हसन रिजवी के अलावा पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष अब्दुल राशीद अंसारी ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि इसमें विचार किया गया कि किस प्रकार से संशोधित नागरिकता कानून, एनसीआर और एनपीआर को लेकर कुछ राजनीतिक दलों द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार को नाकाम किया जाए।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। इसी सिलसिले में जनवरी के पहले सप्ताह में एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा सकता है ताकि उन्हें इस मुद्दे पर तथ्यों से अवगत कराया जा सके।
देशभर में विरोध प्रदर्शन
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई हिस्सों में प्रदर्शनों का दौर जारी है। इसे लेकर दिल्ली, यूपी और कर्नाटक में भारी हिंसा हो चुकी है। अकेले यूपी में ही 19 लोगों की जान चली गई। कर्नाटक के मंगलूरू में भी तीन लोगों की मौत हुई। दिल्ली के सीलमपुर और जामिया में भी भारी हिंसा हुई जिसमें कई लोग घायल हुए।
आज भी इसके लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। दिल्ली से लेकर यूपी, राजस्थान और आंध्र प्रदेश तक इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। नमाज का दिन होने के कारण यूपी और दिल्ली में पुलिस बेहद अलर्ट रही और मस्जिदों के बाहर भारी संख्या में इनकी तैनाती रही।
वहीं, आज मुंबई में नागरिकता कानून के खिलाफ और समर्थन में रैली हुई। अगस्त क्रांति मैदान पर कानून के समर्थन में हुई रैली में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी शिरकत की। वहीं, कानून के विरोध में आजाद मैदान में रैली बुलाई गई।