केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पेश किया. लोकसभा में इस विधेयक के पेश होने के बाद विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया. एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी इसका विरोध किया. उन्होंने लोकसभा स्पीकर से कहा कि आप देश के साथ-साथ गृहमंत्री को भी बचा लीजिए.
असदुद्दीन ओवैसी ने सदन में कहा :”सेक्युलरिज्म इस देश का हिस्सा है. मैं आपसे हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि इस मुल्क को ऐसे कानून से बचा लीजिए. इसके अलावा गृहमंत्री को भी बचा लीजिए. वरना क्या होगा कि न्यूरंबग रेसलॉज और इजराइल सिटिजनशिप एक्ट में गृहमंत्री का नाम डेविड बेन-गुरियन औरहिटलर के साथ लिखा जाएगा.”
नागरिकता संशोधन विधेयक के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न के शिकार गैर मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है.