तेलंगाना में महिला डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता से पूरा देश गुस्से में है। जिस तरह महिला पशु चिकित्सक के साथ गैंगरेप और फिर जलाकर उसकी हत्या की गई उसके बाद से आरोपियों को फांसी देने की मांग तेजी से उठने लगी है। संसद से लेकर देश के हर कोने से दोषियों को फांसी देने की मांग उठ रही है। गैंगरेप की बढ़ती वारदातों से हर कोई हैरान है और ऐसे जघन्य अपराध के मामले में न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा में देरी पर भी सवाल उठने लगे हैं। हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और उसके बाद निर्मम हत्या के मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी। वहीं, इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है।
हैदराबाद ‘मुझसे बात करती रहो’
26 साल की महिला डॉक्टर हैदराबाद स्थित अपने घर से शाम 5:30 बजे निकली थी। आखिरी बार महिला डॉक्टर की अपने परिवार से रात 9:22 बजे बात हुई थी जब उसने अपनी बहन को टोल प्लाजा से कॉल किया था और बताया था, ‘मुझे बहुत डर लग रहा है। मेरी स्कूटी पंक्चर हो गई है। कुछ लोग मेरी मदद करने की बात कर रहे हैं लेकिन वे लोग संदिग्ध लग रहे हैं। तुम मुझसे बात करती रहो।’ फोन कटने से कुछ मिनट पहले अपनी बहन से डॉक्टर की ये आखिरी बात थी।
हैदराबाद
कुछ देर के बाद बंद हो चुका था फोन
जब बहन ने दोबारा बात करने के लिए 9:45 बजे फोन लगाने की कोशिश की तब डॉक्टर का फोन बंद था। इसके बाद बहन तुरंत भागकर नजदीकी पुलिस स्टेशन गई लेकिन ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि टोल प्लाजा उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। परिवार का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने कहा था कि शायद वह अपने प्रेमी के साथ होगी और यह भी पूछा कि क्या उसका कोई लव अफेयर तो नहीं था।
हैदराबाद
दूधवाले ने सबसे पहले देखा था शव
28 नवंबर को सुबह 5 बजे, चटनपल्ली गांव का एक दूधवाला वहां से गुजर रहा था, जब उसने अंडरपास के दूसरी तरफ कुछ जलता हुआ देखा। उन्होंने पहले इसे अलाव समझा और वह वहां से चला गया। लेकिन जब वह वापस आया तब भी वहां कुछ जलता देख उसे शक हुआ। नजदीक जाकर उसने देखा तो किसी इंसान का हाथ आग में जल रहा था। उसने अपने मोबाइल फोन से पुलिस को फोन किया। इस वक्त शादनगर पुलिस स्टेशन के अधिकारी पहले से ही एक लापता व्यक्ति की तलाश कर रहे थे।
गैंगरेप
गैंगरेप के बाद हत्या की वारदात के बाद पूरा देश गुस्से में
3.10 बजे करीब परिवारवाले आखिरकार शादनगर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने में कामयाब रहे थे। घटना के लिहाज से ये बेहद हत्वपूर्ण घंटे थे। रात 9.45 से 10.30 बजे के बीच, महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और नेहरू-ओआरआर टोल प्लाजा से कुछ मीटर की दूरी पर हत्या कर दी गई। कथित तौर पर कुछ घंटों पहले ही इस वारदात को अंजाम देने की साजिश रची गई थी। जांच में सामने आया है कि गैंगरेप और फिर हत्या के बाद डॉक्टर को अंडरपास के नीचे जलाने के बाद वहां से फरार आरोपी वापस भी आए थे। वो ये चेक करने के लिए आए थे कि शव ठीक से जला या नहीं और कहीं मौके पर कोई सबूत ना रह गया हो।