पलवल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कोसीकला यूपी स्थित गोस्वामी अस्पताल की महिला डाॅक्टर और उसके साथी कर्मचारी को लिंग जांच करने के आरोप में रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा महिला ग्राहक के हाथों लिए रुपयों भी महिला डॉक्टर से बरामद हो गए।
सोमवार को जिला सिविल सर्जन डॉ प्रदीप शर्मा ने प्रेस वार्ता में बताया कि उन्हें सूचना मिल रही थी कि कोसीकला यूपी के आर्य नगर स्थित गोस्वामी अस्पताल की महिला डॉ अंजू गर्भवती महिलाओं का अवैध रूप से लिंग जांच करती है। डॉ अंजू तथा उसके साथ अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी कर्मवीर और राजवीर निवासी फॉल इन जिला मथुरा सहयोग करता है। इसी आधार पर उप सिविल सर्जन डॉ संजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। साथ ही एक दूधवाले, एलएमओ डॉ संतोष कृष्ण कुमार, महिला ग्राहक सुषमा और पंकज को शामिल किया गया।
24 नवंबर की दोपहर बाद कोसीकला बस स्टैंड पर टीम पहुंची तो वहां के विभागीय अधिकारियों से संपर्क साधा गया और सुषमा व पंकज को आपस में भाई-बहन बनाकर उन्हें 500-500 के 50 नोट यानी कुल ₹25000 दिए गए। अल्ट्रासाउंड के लिए गोस्वामी अस्पताल में पंकज व सुषमा पहुंचे और कर्मचारी राजवीर उर्फ कर्मवीर से संपर्क कर लिंग जांच के लिए कहा। कर्मवीर और राजवीर ने इसके लिए ₹16000 की मांग की तो पंकज ने टीम द्वारा दिए गए ₹16000 कर्मवीर और राजवीर को दे दिए।
कर्मवीर ने सुषमा को अल्ट्रासाउंड कमरे के बाहर बैठा दिया और खुद अंदर चला गया। थोड़ी देर बाद बाहर आने पर डॉ अंजू से मिलकर सुषमा का अल्ट्रासाउंड करा दिया। इशारा मिलते ही बाहर खड़ी टीम अस्पताल के अंदर पहुंची और डॉ अंजू व कर्मवीर और राजवीर को पकड़ लिया। राजवीर की जेब से रुपये बरामद हो गए। अल्ट्रासाउंड फॉर्म में डॉ अंजू ने सुषमा की जगह महिला का नाम कमला लिखा हुआ था। टीम ने पास के थाना पुलिस को लिखित शिकायत दी और आरोपितों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।