आचार्य चाणक्य को हर कोई जानता हैं। वह एक कुशल पंडित थे। चाणक्य को हर क्षेत्र का बहुत ही अच्छे से ज्ञान था। आचार्य चाणक्य की नीतियां अपनाने से मनुष्य के जीवन में कभी भी किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं आ सकती हैं चाणक्य नीति को जीवन में उतार लेने से व्यक्ति बड़ी से बड़ी दुविधा में नहीं फंसेंगा और अगर फंस भी गया तो चाणक्य नीति द्वारा बचा भी जा सकता हैं।
आचार्य चाणक्य ने जीवन के हर पहलू पर अपनी नीति दी हैं चाहे वह स्वास्थ्य से संंबंधित हो या शिक्षा, मित्र, व्यापार, आचार विचार समेत कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार दिये हैं। अगर आपको अपने शत्रुओं से निपटना हैं तो इस विषय में भी आचार्य चाणक्य की नीति हैं। चाणक्य की चाणक्य नीत पुस्तक में दुश्मन को परास्त करने का भी वर्णन किया गया हैं चाणक्य के मुताबिक शत्रु को कभी भी कमजोर नहीं समझना चाहिए। जब आप शत्रु से घिरे हो तो चाणक्य नीति के मुताबिक क्या करना चाहिए। यह आज हम आपको बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
अपने शत्रु से एक खिलाड़ी की तरह निपटना चाहिए।
शत्रुओं से घिरे होने पर घबराना चाहिए और हर वक्त सतर्क रहना चाहिए।
शत्रु से घिरे होने पर भागना नहीं चाहिए। इससे आपकी शक्ति क्षीण हो सकती हैं।
अगर शत्रु आपके समान बलशाली हैं तो उसे विनय पूर्व पराजित किया जा सकता हैं।
चाणक्य नीति के मुताबिक अगर शत्रु अधिक बलशाली हैं तो उसे उसी की तरह व्यवहार करे पराजित किया जा सकता हैं। शत्रु के बारे में पूर्ण जानकारी हासिल कर लेने से आप अपने शत्रु पर 75 प्रतिशत जीत हासिल कर लेते हैं और उसे बड़ी ही आसानी से मात दे सकते हैं।