आपने श्रवण कुमार की कहानियां तो पढ़ी ही होंगी, जिन्होंने अपने अंधे माता-पिता को कंधों पर उठाकर तीर्थयात्रा करवाई थी। ठीक वैसा ही काम कर्नाटक मैसूर के रहने वाले एक बेटे ने किया है। हालांकि इन्होंने तीर्थयात्रा कंधे पर बिठाकर नहीं बल्कि स्कूटर पर बिठा कर कराई है। डी. कृष्ण कुमार ने अपनी 70 वर्षीय मां को तीर्थयात्रा पर स्कूटर से ले गए। डी. कृष्ण कुमार अपनी मां को स्कूटर पर बिठाकर 48 हजार किमी की यात्रा की। डी. कृष्ण कुमार और उनकी मां का वीडियो देश के बड़े उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने शेयर किया है।
वीडियो शेयर करते हुए उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने लिखा है, ”मां और देश के लिए प्यार की एक सुंदर कहानी। इसे शेयर करने के लिए मनोज का धन्यवाद। यदि आप इनसे संपर्क कर सकें, तो मैं उन्हें खुद एक महिंद्रा KUV100 NXT गिफ्ट करना चाहूंगा। ताकि वह अपनी अगली यात्रा में मां को कार से ले जा सकें।”
इस वीडियो को ट्विटर पर मनोज कुमार ने शेयर किया था। मनोज कुमार दी फाउंडेशन के सीईओ हैं। आनंद महिंद्रा ने इन्ही के ट्वीट को रिट्वीट किया था।
वीडियो को शेयर कर दावा किया गया है कि उसके मुताबिक अपनी मां को तीर्थयात्रा पर ले जाने के लिए कृष्ण कुमार ने नौकरी तक छोड़ दी है। कृष्ण कुमार ने जिस स्कूटर से मां को तीर्थयात्रा करवाया है वह 20 साल पुराना चेतक स्कूटर है। दावा किया गया है कि कृष्ण कुमार की मां ने इससे पहले कभी शहर नहीं देखा था।