जल्द ही देश में कार्यरत सभी सरकारी बैंक अपने ग्राहकों को घर पर ही बैंकिंग सेवाएं देंगे। इसका सबसे ज्यादा फायदा वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों को होगा। इन सेवाओं में ग्राहकों को घर बैठे ही खाते में पैसा जमा करने और निकालने की सुविधा भी मिलेगी।
सभी बैंकों का होगा एक ही सर्विस प्रोवाइडर
आरबीआई ने कुछ साल पहले ही घर पर बैंकिंग सुविधा शुरू करने की बात कही थी, और अब जाकर के बैंकों ने कॉमन सर्विस प्रोवाइडर के जरिए ऐसा करने की सोची है। इस सर्विस प्रोवाइडर के पास कॉल सेंटर, वेबसाइट और एक मोबाइल एप होना चाहिए, जिसके जरिए वो इन सेवाओं को देगा। यूको बैंक ने इसके लिए सभी बैंकों की तरफ से निविदा आमंत्रित करेगी।
मिलेंगी यह सेवाएं
- नगदी जमा व निकासी
- चेक, ड्रॉफ्ट का पिकअप
- खाते का स्टेटमेंट
- नए चेकबुक के लिए स्लिप
- गैर व्यक्तिगत चेकबुक, ड्राफ्ट, एफडी रसीद
- 15G, 15H फॉर्म का पिकअप
- आयकर विभाग का चालान
- टीडीएस, फॉर्म 16 सर्टिफिकेट
- स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन जारी करना
सेवा प्रदाता कंपनी अपनी तरफ से एजेंट को नियुक्त करेगी, जो कि लोगों को घर पर ये सुविधाएं मुहैया कराएंगे। पहले चरण में यह सुविधा केवल वरिष्ठ नागिरकों और दिव्यांगों को मिलेगी, जिसके बाद इसे कुछ शुल्क के साथ अन्य लोगों के लिए भी शुरू किया जाएगा। बैंक पहले तीन साल के लिए सर्विस प्रोवाइडर के साथ कांट्रैक्ट करेंगे, जिसको की आगे दो साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
सर्विस प्रोवाइडर को सेवाएं उसी दिन देनी होगी। कट-ऑफ समय के बाद रजिस्टर होने वाले आवेदनों को अगले दिन के पहले हाफ तक यह कार्य करना होगा।