आँख या नेत्र जीवधारियों का वह अंग है जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील है। यह प्रकाश को संसूचित करके उसे तंत्रिका कोशिकाओ द्वारा विद्युत-रासायनिक संवेदों में बदल देता है। उच्चस्तरीय जन्तुओं की आँखें एक जटिल प्रकाशीय तंत्र की तरह होती हैं जो आसपास के वातावरण से प्रकाश एकत्र करता है; मध्यपट के द्वारा आंख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की तीव्रता का नियंत्रण करता है; इस प्रकाश को लेंसों की सहायता से सही स्थान पर केंद्रित करता है (जिससे प्रतिबिम्ब बनता है); इस प्रतिबिम्ब को विद्युत संकेतों में बदलता है; इन संकेतों को तंत्रिका कोशिकाओ के माध्यम से मस्तिष्क के पास भेजता है।
हमारे जीवन में आँख का सबसे महत्वपूर्ण योगदान है. क्यों की हम आँख से ही सब कुछ देखते है. जरा आप ही सोचिए की एक दिन अचानक आपकी आँखे चली जाए और आप कुछ नहीं देख पाएं, तो कैसा लगेगा. जिंदगी नर्क हो जाएगी. बिना आँखों के आप कुछ काम नहीं कर पाएंगे और खुद के साथ साथ औरों पर भी बोझ बन जाएँगे. इसीलिए हमें अपने आँखों की सुरक्षा करनी चाहिए. हम रोज अनजाने में कुछ ऐसी गलतियाँ कर जाते है, जिससे हमारे आँखों को बहुत नुकसान पहुंचता है. इसका असर हमें तुरंत तो नहीं दीखता पर बढ़ते उम्र के साथ हमारी आँखे कमजोर होने लगती है. और आगे चलकर आँखों की रोशनी के जाने का खतरा बना रहता है. इसीलिए आज हम कुछ ऐसी गलतियों के बारे में जानेंगे जिसे हम रोज करते है. जिससे हमारी आँखे ख़राब हो सकती है. और आँखों का केयर कैसे करे यानि सुरक्षित कैसे रखें इसके बारे में भी जानेंगे.
गलतियाँ
मोबाइल का इस्तेमाल जादा करना : आज के इस आधुनिक युग में मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर का इस्तेमाल बहुत जादा होने लगा है. हर कोई इनका इस्तेमाल करता है. और यही हमारे आँखों के लिए सबसे बड़ी समस्या है. ये चीजें हमारे आँखों को बहुत नुकसान पहुंचाते है. इनके स्क्रीन से निकलने वाली रेडिएशन हमारे आँखों के आयरिश यानि लेंस पर डायरेक्ट पड़ती है. जो हमारे आँखों में रोशनी पहुँचाने वाले धमनियों को नुकसान पहुंचती है. इसके अलावाइनका इस्तेमाल करते समय हमारी आँखें इनके स्क्रीन पर लगातार टिकी रहती है. जिससे हमारी आँखें जरुरत के अनुसार पलक नहीं झपका पाते. क्यों की हम आँखे फाड़ फाड़ कर स्क्रीन पे लगातार देखते रहते है. इससे पलक झपकने की मात्रा में कमी आ जाती है. जिसके कारण हमारी आँखें कमजोर होने लगती है.इसीलिए ऐसी चीजों का इस्तेमाल जादा नहीं करना चाहिए.
आराम न देना : कई लोग ऐसे भी होते है जो रात में सोने के बजाय काम करते है या फिल्म देखते है. रात में सोते समय हमारा शरीर खुद को रिकवर करता है, आँखे भी. इसीलिए अगर आप रात में नहीं सोएंगे तो आपके आँखों को तो नुकसान होगा ही साथ में पुरे शरीर को भी नुकसान होगा. और इससे तो आँखे दुगुनी तेजी से ख़राब होती है. इसीलिए रात की पूरी नींद जरुर लेनी चाहिए.
मसलना : कई बार हमारे आँखों में कुछ चला जाता है या खुजली होती है, तब हम अपने आँखों को मसलने लगते है. इससे हमारे आँखों पर प्रेशर पड़ता है. जिससे आँखें जल्दी ख़राब होती है. मसलने के बजाय आप आँखों में पानी के छींटे मारकर साफ़ कर सकते है. और हल्का हल्का मसाज भी कर सकते है.
केयर
पलकों को जादा से जादा झपकाएं
जादा लाइट में पढ़ना या कोई और काम न करें
सूरज की तेज किरणों से आँखों को बचाएं
पूरी नींद लें
धुम्रपान, तंबाकू, पान मसाला आदि का सेवन न करें
रोजाना हरी सब्जियां खाए
जादा से जादा पानी पिए
आँखों का व्यायाम करें
जादा टेंशन न लें (इससे आँखों पे बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है.)
रोज सुबह जल्दी उठ के आँखों में पानी के छींटे मारें
कंप्यूटर, टीवी या मोबाइल को नजदीक से न देखें, और जितना जरुरत हो उतना ही इस्तेमाल करें.