छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र में गुरुवार को प्रदेश में शराबबंदी को लेकर हंगामा हो गया. पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने सदन में शराबबंदी की मुद्दा का उठाया. डॉ. सिंह ने कहा कि ‘कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में पूर्ण शराबबंदी का वायदा जनता से किया था. महात्मा गांधी की 150वी जयंती अब दोबारा नहीं आने वाली है. इस बड़े अवासर पर सरकार को पूर्ण शराबबंदी करनी चाहिए. इसका ऐलान किया जाना चाहिए.’
छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी के ऐलान की मांग पर राज्य सरकार में मंत्री अमरजीत सिंह भगत ने अपनी बात रखी. डॉ. रमन सिंह की मांग का जवाब देते हुए मंत्री अमरजीत भगत ने सदन में कहा- ‘पहले खुद शराब पीना छोड़िए फिर शराबबंदी पर बात होगी.’ सरकार में वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा- ‘हमने कहा है कि पूर्ण शराबबंदी करेंगे, लेकिन हम गुजरात की तरह शराबबंदी नहीं करेंगे. छत्तीसगढ़ से ज्यादा शराब गुजरात में बिकती है.’
बिहार की तरह नहीं करेंगे शराबबंदी मंत्री चौबे ने कहा कि हम बिहार की तरह भी शराबबंदी नहीं करेंगे, जहां नकली शराब की वजह से मौत होती है. सत्ता पक्ष ने कहा कि शराबबंदी के लिए कमेटी बनाई जा रही है, जिसमें विपक्ष के लोग भी शामिल होंगे. इस पर विपक्ष की ओर से विधायक अजय चंद्राकर ने सदन में आपके पास पर्याप्त संख्या बल है. आप शराबबंदी के लिए कमेटी बना लीजिए, हमारी क्या जरूरत है. शराबबंदी को लेकर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार हंगामा हुआ.