पिछले दिनों हुई बारिश के बाद पानी के साथ बहकर कचरा भी शिवनाथ नदी में पहुंच गया है। निगम के इंटकवेल की जाली में लगातार कचरा फंस रहा है। मंगलवार को निगम अमला ने नदी में उतरकर जाली में फंसे कचरे को निकालने का काम किया। वहीं बारिश थमने के बाद शिवनाथ की जलस्तर सोमवार की अपेक्षा कम हो गया है।
उल्लेखनीय है कि शहर में लगातार तीन दिन तक बारिश हुई। रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात भारी बारिश के बाद शिवनाथ नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ गया। इस बीच पानी के साथ नदी में कचरा भी बहकर आ गया। दुर्ग निगम का इंटकवेल नदी और पुलगांव नाले के मुहाने पर बना हुआ है। इस कारण बहकर आने वाले कचरा इंटकवेल की जाली में फंस रहा है। इससे पेयजल आपूर्ति में दिक्कत हो रही है। महापौर श्रीमती चंद्रिका चंद्राकर एवं निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन के निर्देशानुसार में जलप्रदाय की व्यवस्था को नियमित बनाए रखने मंगलवार को निगम अमला ने इंटकवेल में फंसे कचरा को बाहर निकाला।
महमरा एनीकट पर अभी भी बह रहा पानी
पिछले दिनों हुई बारिश के बाद सोमवार दोपहर को शिवनाथ नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया था। नदी स्थित महमरा एनीकट के ऊपर सात फीट बह रहा था। नदी मे मोंगरा जलाशय सहित खरखरा वेस्ट वियर का पानी आ रहा था। स्थिति को देखते हुए एनीकट के सभी गेट को खोल दिया गया। वहीं सोमवार और मंगलवार को बारिश नहीं हुई। बारिश नहीं होने के कारण शिवनाथ का जलस्तर धीरे-धीरे कम होने लगा है। लेकिन अभी भी महमरा एनीकट के ऊपर चार फीट पानी बह रहा है।