देश की प्रमुख चाय विक्रेता कंपनियों में शामिल रेड लेबल (Red Label Tea) का अब सोशल मीडिया (Social Media) पर बहिष्कार करना शुरू हो गया है। गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) को लेकर जारी विज्ञापन पर विवाद हो रहा है। विज्ञापन में हिंदू-मुस्लिम सद्भाव कायम करने की कोशिश एक तबके को पसंद नहीं आयी।
जिसके बाद फेसबुक से लेकर टि्वटर पर हैशटेग #BoycottRedLabel ट्रेंड कर रहा है। सोशल मीडिया पर यूजर्स की तरफ से धर्म विशेष की छवि खराब करने के आरोप कंपनी पर लगाए जा रहे हैं। जबकि दूसरे समुदायक की छवि को चमकाने की कोशिश किए जाने की बात कही जा रही है।
आखिर विज्ञापन में क्या है
रेड लेबल कंपनी ((Red Label Tea Advertisement)की तरफ से 13 सितंबर 2018 को विज्ञापन बनाया गया था। जिसमें गणेश चतुर्थी से पहले ग्राहक भगवान गणेश की मूर्ति लेने पहुंचता है। मूर्तिकार जब गणेश की मूर्ति दिखाता है तो ग्राहक कहता है ये चार भुजाओं वाली तस्वीर। तब मूर्तिकार कहता है कि ये अभय मुद्रा मूर्ति है।
तभी मूर्तिकार छोटे बच्चे को चाय लाने को बोलता है। इस दौरान ग्राहक मूषक के साथ बप्पा की मूर्ति मांगता है। जब बप्पा की मूर्ति दिखाता है तो ग्राहक कहता है कि हां है तो बप्पा अपने वाहन के साथ। तब मूर्तिकार कहता है कि आप जानते हैं मूषक कौन हैं। मूषक बप्पा का वाहन बनने से पहले एक असुर था।
तभी अजान की आवाज सुनाई देती है। मूर्तिकार जेब से टोपी निकालकर पहन लेता है। इसके बाद ग्राहक वहां से बिना मूर्ति खरीदे कल आने की बात कहकर जाने लगता है। तब तक चाय आ जाती है तो मूर्तिकार कहता है कि भाईजान कम से कम चाय पीते जाइये।
नमाज अदा करने वाले हाथ बप्पा को सजाएंगे तो हैरानी तो होगी ही। तब ग्राहक पूछता है कि ये ही काम क्यों तो मूर्तिकार कहता है ये भी तो एक इबादत है। कल मिलेंगे आएंगे न। उसके बाद ग्राहक कहता है न, बप्पा की मूर्ति बुक कर दीजिए। मूर्तिकार पूछता है कौनसी वो चार हाथ वाली। नहीं अभय मुद्रा वाली।
इन कंपनियों का भी हुआ है बहिष्कार
इससे पहले जोमेटो (zomato) और ऊबर (Uber) का भी जमकर बहिष्कार किया जा चुका है। जोमेटो से खाना आर्डर करने के बाद ग्राहक को पता चला कि डिलीवरी करने वाला धर्म विशेष से है तो उसने आर्डर कैंसल कर दिया। जिसको लेकर जोमेटो की तरफ से टि्वट आने के बाद विवाद हुआ था। इसी तरह ऊबर से कैब बुक करने के बाद गाड़ी में मूर्ति लगे होने पर महिला ग्राहक ने बैठने से इंकार कर राइड निरस्त कर दी थी। इससे पहले साबुन निर्माता कंपनी रिन डिटर्जेंट (Rin Detergent Powder) के दिवाली पर आए विज्ञापन पर काफी बवाल हुआ था।