महाराष्ट्र के बीड़ जिले में गन्ना कटाई करने वाली कुल 13 हजार महिलाओं के गर्भाशय निकाले गए हैं. यह सनसनीखेज जानकारी इस संदर्भ में किए गए सर्वे में सामने आई है. इसकी विस्तृत रिपोर्ट बीड़ के स्वास्थ्य विभाग ने जांच समिति को भेजी है. सूत्रों ने बताया कि सर्वे में सभी 82 हजार 900 गन्ना कटाई करने वाली महिलाओं की जानकारी संकलित की गई है. उसमें यह खुलासा हुआ है.
जिले में गन्ना कटाई करने वाली महिलाओं के गर्भाशय निकाले जाने की खबरें सामने आई थीं. कुछ निजी अस्पतालों द्वारा विविध बीमारियों का डर दिखाकर बिना वजह सर्जरी करने के भी कुछ मामले प्रकाश में आए थे. उसके बाद राज्य सरकार ने विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोर्हे की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की थी.
इस समिति ने बीड़ में रहकर महिलाओं से बातचीत की थी और विविध क्षेत्रों के प्रतिष्ठित लोगों व नागरिकों से चर्चा कर उनकी समस्याओं व उपायों की जानकारी ली थी. इस समिति ने जिले की गन्ना कटाई करने वाली महिलाओं की संपूर्ण जानकारी लेने के आदेश जिला स्वास्थ्य विभाग को दिए थे. उसके बाद लगभग एक माह तक आशा सेविकाओं ने घर-घर जाकर महिलाओं की जानकारी संकलित की.
रिपोर्ट में कब और कहां गर्भाशय निकाले गए, इसका पूरा विवरण है. सीलबंद रिपोर्ट जांच समिति को भेजी गई है. बताया जाता है कि रिपोर्ट को अध्ययन करने के बाद मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा. ज्यादातर सर्जरी निजी अस्पतालों में हुईं पता चला है कि सरकारी अस्पतालों की तुलना में ज्यादातर सर्जरी निजी अस्पतालों में की गईं. इनमें बीड़ शहर के 7, केज का 1 और अन्य स्थानों के दो अस्पताल शामिल हैं. इन 10 निजी अस्पतालों में ही लगभग 6 हजार सर्जरी की गईं. सर्वे में शामिल की गई जिले की 82 हजार 900 महिलाओं की संपूर्ण जानकारी ऑनलाइन दर्ज की गई.