हनुमान जी के भक्त हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए कई सारे उपाय करते हैं साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ, बजरंग बाण का पाठ आदि करते हैं। लेकिन कई बार जानकारी के अभाव में भक्तों के दवारा कुछ ऐसी गलतिया कर ली जाती है जिससे पूजा का शुभ फल नहीं मिलता है। पूजा संपन्न नहीं होती है।
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए भक्तों के दवारा बजरंग बाण का पाठ किया जाता है। लेकिन हम इस लेख में बजरंग बाण के पाठ में की जाने वाली गलतियो के बारे में बता रहें हैं जिससे पूजा का शुभ फल नहीं मिलता व पूजा सही से संपन्न नहीं होती है।
- बजरंग बाण का प्रयोग हर कहीं, हर किसी को नहीं करना चाहिए। इसका पाठ तब तक नहीं करना चाहिए जब तक व्यक्ति किसी बड़ी परेशानी में ना हो। ऐसा माना जाता है कि इसका पाठ करने से हनुमान जी नाराज भी हो सकते हैं व इस त्रुटि को क्षमा नहीं करते हैं।
- बजरंग बाण का प्रयोग छोटी-मोटी समस्याओं में करना निषेध है। इसका प्रयोग जब कोई अभिष्ट कार्य संपन्न कराना हो या किसी बड़ी परेशानी में फंस गये हो जिससे बाहर निकलना आसान ना हो तब करें। लेकिन इसके पाठ में सावधानी रखने की जरूरत होती है।
- इष्ट कार्य की सिद्धि के लिए हनुमान जयंती या फिर मंगलवार या शनिवार का दिन तय करें। हनुमानजी की प्रतिमा के सामने ॐ हनुमंते नम: का लगातार जाप करें। पूजा के लिए कुशासन में बैठे।
- जिस घर में बजरंग बाण का नियमित पाठ होता है, वहां दुर्भाग्य, भूत-प्रेत का प्रकोप और असाध्य शारीरिक कष्ट नहीं आते। जो व्यक्ति नित्य पाठ करने में असमर्थ हो, उन्हें कम से कम प्रत्येक मंगलवार को यह जप अवश्य करना चाहिए।