भोपाल। मैंने इसे अपनी बेटी से भी बढ़कर पाला, मेरा पति जब से हमें छोड़कर चला गया तब से यही मेरे जीवन का एक मात्र सहारा है। अब जब बच्ची 10 साल की हो गई तो पिता को इसकी याद आ रही है। वह इसे ले जाकर कहीं बेच देगा। इसलिए उसने बेटी की कस्टडी के लिए केस लगाया है।
यह बात एक सौतेली मां ने जिला सेवा विधिक प्राधिकरण में मंगलवार को काउंसलिंग के दौरान कही। छोला क्षेत्र निवासी एक महिला ने बताया कि पति ने पहली पत्नी से तलाक लिए बिना दूसरी शादी की थी, जिससे यह बेटी हुई थी। इसके बाद मुझसे भी शादी कर ली। कुछ माह बाद वह मुझे छोड़कर गांव में पहली पत्नी के पास चला गया है। तब से मैं ही इस बच्ची की सबकुछ हूं।
प्राधिकरण में महिला ने बताया कि सालों पहले मेरे पहले पति गुजर गए थे। इस दौरान यह व्यक्ति पड़ोस में रहता था। उसकी दूसरी पत्नी अपनी बेटी को जन्म देने के बाद ही गुजर गई। वह चार माह तक बेटी को पालता रहा। कभी-कभी काम पर जाने के दौरान मेरे पास छोड़कर जाने लगा। बेटी से मेरा लगाव देखकर पड़ोसियों ने हम दोनों की शादी करा दी। पड़ोसियों और मुझे लगा कि बेटी की खातिर इसने तीसरी शादी की है। लेकिन कुछ माह बाद वह हम दोनों को छोड़कर चला गया। इसके बाद पता चला कि मैं उसकी तीसरी पत्नी हूं, पहली पत्नी एक बेटे के साथ गांव में रहती है। उससे उसका एक बेटा भी है।
बेटी को कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाती हूं
महिला ने बताया कि मैं घर-घर साफ-सफाई का काम कर बेटी को कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ा रही हूं। इसका पिता शराब व जुआ का आदी है। वह इस बच्ची को ले जाकर कहीं बेच देगा। इसलिए मैं अपनी बेटी को उसे नहीं दूंगी।
जांच पड़ताल कर शादी करें
कभी मजबूरी में भी दूसरी शादी करनी पड़े तो जल्दबाजी न करें। पहले दोनों पक्ष एक-दूसरे की जांच-पड़ताल कर लें, ताकि भविष्य में विवाद की स्थिति न बने – सरिता राजानी, काउंसलर, जिला सेवा विधिक प्राधिकरण