Home नई दिल्ली राज्यसभा में सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बीच संविधान पर होगी...

राज्यसभा में सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बीच संविधान पर होगी बहस, हंगामे की संभावना

3
0

नई दिल्ली। लोकसभा में संविधान पर तीखी बहस के बाद सोमवार और मंगलवार को राज्यसभा में इस विषय पर चर्चा होगी।राज्यसभा में संविधान पर बहस सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बीच हो रही है, जिससे तनाव की आशंका बढ़ गई है।सत्ता पक्ष की ओर से भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सुबह 11 बजे सदन शुरू होने के बाद बहस की शुरूआत करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी संविधान पर अपनी बात रखेंगे।
शाह के अलावा सत्ता पक्ष की ओर से निर्मला सीतारमण, हरदीप सिंह पुरी, सुधांशु त्रिवेदी, भूपेंद्र यादव और बृजलाल बहस में हिस्सा लेंगे।विपक्ष की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, जयराम रमेश के अलावा दिग्विजय सिंह और अन्य सांसदों के बहस में शामिल होने की उम्मीद है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सदन में अपना जवाब देंगे। हालांकि, इस बीच अविश्वास प्रस्ताव को लेकर हंगामा देखने को मिल सकता है।
देश में संविधान लागू होने की 75वीं वर्षगांठ पर विपक्ष ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संविधान पर बहस कराने की मांग की थी, जिसे सरकार स्वीकार कर लिया था।इससे पहले सदन में उद्योगपति गौतम अडाणी, मणिपुर और संभल हिंसा को लेकर विपक्ष हमलावर था और बहस की मांग कर रहा था। इस दौरान सदन बाधित हुई।इसके बाद सत्ता पक्ष ने जॉर्ज सोरोस और सोनिया गांधी से जुड़े मुद्दे को उठाकर विपक्ष को घेरा।
13 और 14 दिसंबर को लोकसभा में संविधान पर बहस हुई थी, जिसकी शुरूआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी। इसके बाद विपक्ष की ओर से प्रियंका गांधी ने जवाब दिया था।विपक्ष ने भाजपा नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ सरकार पर संविधान को खत्म करने का आरोप लगाया था।इसके बाद 14 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में जवाब देते हुए कांग्रेस पर राजनीतिक लाभ के लिए संविधान को नष्ट करने का आरोप लगाया था।
राज्यसभा में संविधान पर बहस उस समय हो रही है, जब विपक्ष सभापति धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है और विपक्ष मामले में एकजुट है।विपक्ष की ओर से आरोप लगाया गया है कि सभापति राज्यसभा में पक्षपात कर रहे हैं और विपक्ष की आवाज को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं।सोमवार को संविधान पर बहस के दौरान इस प्रस्ताव को लेकर भी विवाद दिख सकता है। हालांकि, विपक्ष बहस शांति से कराने के पक्ष में है।